देश कोविड 19 के उद्भव से खड़ी हुई चुनौतियों से एक-एक करके निपट रहा है। स्वास्थ्य कर्मी जुटे हुऐ हैं, यांत्रिक दिक्कतें दूर की जा रही हैं, लेकिन रक्त की आवश्यकताओं को दान के बिना पूरा नहीं किया जा सकता। इसकी कमी को पूरा करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री तीन राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश में रक्तदान शिविर के शृंखला की शुरुआत की।
कोविड महामारी काल में रक्तदान शिविरों का आयोजन कम्पीटेंट फाउंडेशन द्वारा विभिन्न संघों, गैर सरकारी संगठनों और ब्लड बैंकों के सहयोग से किया जा रहा है। इसके उद्घाटन के अवसर पर वेबिनार के माध्यम से संबोधित करते हुए, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि व्यक्तिगत रूप से एक रक्तदाता के लिए रक्तदान करने के कई फायदे हैं, जबकि पूरी मानवता के लिए यह एक बड़ी मदद है। इस महान कार्य के लिए अधिक से अधिक लोगों को आगे आने का आह्वान करते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि लोग अपने जन्मदिन पर वर्ष में कम से कम एक बार रक्तदान जरूर करें क्योंकि यह मानवता के लिए एक बड़ी मदद है। उन्होंने कहा कि उनकी राय में, पूजनीय धार्मिक स्थलों में जाने की तुलना में रक्तदान करना अधिक पवित्र है।
टीकाकरण के दो महीने तक रक्तदान नहीं
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि 2021 में, देश 2020 तक की तुलना में महामारी को मात देने के लिए अधिक अनुभव के साथ मानसिक और भौतिक रूप से बेहतर तरीके से तैयार है। उन्होंने इस तथ्य की सराहना की कि इन रक्तदान शिविरों की स्थापना सभी कोविड प्रोटोकॉल, दिशानिर्देशों और एसओपी के पालन के बाद की गई है। उन्होंने कहा कि रक्तदान के इस अभियान का आयोजन युवाओं के टीकाकरण से पहले किया जाना सराहनीय है क्योंकि टीकाकरण के बाद 2 महीने तक रक्तदान नहीं करना उचित है।
13 स्थानों पर रक्तदान शिविर
कम्पीटेंट फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री संजय टंडन ने कहा कि इस वर्ष फाउंडेशन ने कोविड महामारी के दौरान रक्त की जरूरतों को पूरा करने के मद्देनजर चंडीगढ़ ट्राइसिटी से परे विभिन्न क्षेत्रों में 13 अलग-अलग स्थानों पर रक्तदान शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया। उन्होंने लोगों से अपील की कि कोरोना महामारी के दौरान रक्तदान और अधिक महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि इस गहराते संकट के बीच रक्त की आपूर्ति अत्यंत कठिन हो गई है। इसलिए उन्होंने लोगों, विशेष रूप से युवाओं,से इस महान कार्य का हिस्सा बनने का आह्वान किया।