महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार गिरावट आने के बाद उद्धव सरकार ने पाबंदियों में ढील देनी शुरू कर दी है। इसके लिए राज्य सरकार ने पांच चरणों में प्रदेश को अनलॉक करने की घोषणा की है। इस बारे में मरीजों के प्रतिशत के आधार पर घोषणा की जा रही है। पूरे राज्य के साथ ही अब मुंबई में भी कोरोना के आंकड़ों में काफी कमी आई है।
मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार आ रही कमी को देखते हुए मुंबईकर लोकल में यात्रा की अनुमति मिलने की उम्मीद लगाए बैठे थे लेकिन फिलहाल उनकी उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। अभी उन्हें मुंबई लोकल में यात्रा करने के लिए और इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि इस बारे में मुंबई महानगरपालिका ने कोई निर्णय नहीं लिया है। उसने मुंबई लोकल में आम यात्रियों के सफर करने की अभी मंजूरी नहीं दी है। मिली जानकारी के अनुसार मुंबई लोकल को आम यात्रियों के लिए शुरू करने पर विचार करने के लिए मनपा अधिकारियों की एक बैठक हुई थी, लेकिन ज्यादातर अधिकारियों ने इसका विरोध किया।
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संक्रमण बढ़ने का डर
मिली जानकारी के अनुसार बीएमसी अधिकारियों का मानना है कि अगर लोकल में आम मुंबईकरों को यात्रा करने की मंजूरी दी जाती है तो मुंबई में फिर से कोरोना के मरीज बढ़ सकते हैं। पहली लहर के बाद की गई गलती ने मुंबई को दूसरी लहर ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया। दूसरी लहर में मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या पहली लहर की तुलना में तेजी से बढ़ी। इसलिए भले ही मुंबई में कोरोना रोगियों की संख्या में अभी गिरावट आ रही है, लेकिन प्रशासन को लोकल शुरू करने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए।
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इस मुद्दे पर सरकार में मतभेद
एक तरफ जहां बीएमसी में आम लोगों के लिए लोकल शुरू किए जाने का विरोध किया जा रहा है, तो वहीं प्रदेश की महाविकास आघाड़ी सरकार में इसे लेकर मतभेद है। कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मंत्रियों का मानना है कि आम मुंबईवासियों के लिए धीरे-धीरे लोकल शुरू करने में कोई दिक्कत नहीं है, वहीं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे खुद इसका विरोध कर रहे हैं।