असम में बारिश और तूफान से राहत मिल रही है, लेकिन उससे हुए नुकसान से राहत मिलना आसान नहीं है। इसमें काफी समय लग सकता है। हालांकि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा सहित सरकार के मंत्री और पूरा प्रशासन प्रभावितों को राहत पहुंचाने की कोशिश में लगे हैं। इस बीच प्रदेश के कछार जिले की उपायुक्त कीर्ति जल्ली की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
इस तस्वीर में देखा जा सकता है कि कीर्ति जैली किस तरह कीचड़ भरी सड़कों पर से गुजर रही हैं। लोगों की मदद करने और बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंची जिला उप आयुक्त नाव की भी सवारी करते दिख रही हैं। गांव में पहुंचने के लिए उन्होंने नाव का सहारा लिया। वे बिना किसी झिझक के कीचड़ भरी सड़कों पर चल रही हैं।
उनके साथ एक महिला और पीछे आ रहे कुछ ग्रामीण भी दिख रहे हैं। इसके साथ ही नाव में भी कुछ लोग उनके साथ सवार हैं। वे उनको किसी तरह मदद तो नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन उनके साथ रहकर उनके प्रति आभार प्रकट तो कर ही सकते हैं।
आईएएस कीर्ति जल्ली ने कहा कि पिछले 50 साल से लोग एक ही तरह की समस्या का सामना कर रहे हैं तो हमने सोचा कि वहां जाने और वास्तविक मुद्दों को देखने की जरुरत है और वो सबसे अच्छा समय बाढ़ के दौरान होता है।
कीर्ति जल्ली की यह भावना और कर्तव्यपरायणता देश के दूसरे बड़े अधिकारियों के लिए प्रेरणा है। जो अधिकारी अपने एसी कार्यालय में बैठकर अपने अधीनस्थो को केवल आदेश देने का काम करना ही अपनी ड्यूटी समझते हैं, उन्हें इससे प्रेरणा मिल सकती है। वे जब खुद कीर्ति जल्ली जैसा मानवतापूर्ण व्यवहार कर लोगों के दुखों और परेशानियों को जानेंगे, तब उनकी सेवा की गुणवत्ता काफी बढ़ जाएगी, इसके साथ ही सेवा करने का भाव उनके मन को सुकून भी पहुंचाएगा।
कछार जिले की उपायुक्त आईएएस कीर्ति जल्ली की सोशल मीडिया पर इस बात के लिए खूब सराहना हो रही है।
असम में बाढ़ से 22 जिले विशेष रूप से प्रभावित हुए हैं। 7.2 लाख से अधिक लोग इसकी चपेट में आ गए हैं। चारों ओर कीचड़ ही कीचड़ है। कछार जिले में पांच लोगों की मौत हो चुकी है। फसलें तबाह हो गई हैं और जिलों में राहत शिविर चलाए जा रहे हैं।