पहली बार खुले आसमान में गिद्धों की उड़ान
भोपाल के केरवा गिद्ध प्रजनन केंद्र से छह गिद्धों को पहली बार प्राकृतिक वातावरण में छोड़ा गया।
GPS ट्रैकर के साथ उड़ान को मिली निगरानी की ताकत
प्रत्येक गिद्ध पर लगाया गया GPS ट्रैकर उनके व्यवहार और आवागमन की निगरानी करेगा।
लंबे इंतजार के बाद मिली उड़ान की आज़ादी
सालों की देखभाल और प्रशिक्षण के बाद गिद्धों ने खुले आसमान में पहली बार पंख फैलाए।
जैव विविधता के प्रहरी बने ये गिद्ध
गिद्ध न केवल पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं, बल्कि मृत जीवों को साफ कर बीमारियों से भी बचाते हैं।
वैज्ञानिकों और वन विभाग की संयुक्त मेहनत का नतीजा
इस प्रयास में वन विभाग, वैज्ञानिकों और संरक्षणवादियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।यह पहल गिद्धों जैसे संकटग्रस्त पक्षियों के संरक्षण की दिशा में एक मिसाल बनेगी।