महाराष्ट्र की सुरेखा यादव एशिया की पहली लोको पायलट हैं। अब उन्होंने एक नई कीर्ति प्राप्त कर ली है। सोमवार को भारत की सबसे तेज गति से चलनेवाली वंदे भारत एक्सप्रेस चलाकर वे एशिया की पहली महिला लोको पायलट बन गई।सुरेखा एशिया की पहली लोको पायलट हैं। वे वर्ष 1988 में देश की पहली महिला ट्रेन पायलट बनींसोमवार को सोलापुर से सीएसएमटी के बीच वंदे भारत को सुरेखा यादव ने चलाकर लायासुरेखा यादव वंदे भारत चलानेवाली एशिया की पहली महिला लोको पायलट हैं।सीएसएमटी पहुंचने पर सुरेखा यादव और उनकी सहयोगी महिला कर्मियों का अभिनंदन किया गयासुरेखा यादव और उनकी महिला सहयोगियों को वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों ने पुष्पगुच्छ दियासुरेखा यादव के नाम कई कीर्ति दर्ज हैं, जिसमें पहली लोको पायलट, पहली महिला विशेष लोकल चलानेवाली लोको पायलट और अब वंदे भारत चलानेवाली पहली लोको पायलट बन गई हैं।Join Our WhatsApp Community