परभणी। शिवसेना के स्थानीय सांसद संजय उर्फ बंडू जाधव ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने शिवसेना कार्याध्यक्ष उद्धव ठाकरे को भेजे गए अपने पत्र में कार्यकर्ताओं के साथ न्याय न कर पाने की वजह का जिक्र किया है। उनकी नाराजगी एनसीपी को लेकर है जिसका उन्होंने साफ-साफ उल्लेख किया है। हालांकि उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है और उन्हें मुंबई में बुलाया गया है।
परभणी से शिवसेना सांसद संजय उर्फ बंडू जाधव ने मुख्यमंत्री और शिवसेना के कार्याध्यक्ष उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में कहा है कि ‘जिंतुर कृषि उत्पन्न बाजार समिति’ में गैर सरकारी प्रशासक मंडल की नियुक्ति करने के लिए पिछले लगभग 10 महीनों से फॉलोअप कर रहा हूं। यहां से एनसीपी का एक भी विधायक न होने के बावजूद वहां की कॄषि उत्त्पन्न बाजार समिति पर एनसीपी का गैर सरकारी प्रशासक मंडल चुना जाना मेरे मन को काफी तकलीफ दे रही है। इस वजह से शिवसैनिकों में काफी नाराजगी है। सूत्रों के अनुसार इस पत्र के मुंबई पहुंचते ही पार्टी में हलचल शुरू हो गई और जानकारी मिली है कि रात में ही सांसद संजय जाधव को मातोश्री से बुलावा आ गया। जाधव को सबेरे 11 बजे का समय दिया गया था। इसके लिए वे रात में ही परभणी से निकल गए थे। हालांकि इस सिलसिले में उनकी ओर से कोई जानकारी अभी तक साझा नहीं की गई है।
एनसीपी संग सरकार, सांसद की रार
महाराष्ट्र में शिवसेना नित महाविकास आघाड़ी में एनसीपी भी घटक दल है। सत्ता समीकरण में शिवसेना के समकक्ष दखल एनसीपी का है। ऐसे में परभणी के कृषि उत्पन्न बाजार समिति में एनसीपी के विरोध में उठाया जा रहा मुद्दा शिवसेना नेतृत्व द्वारा अनदेखा किया जाना कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन स्थानीय स्तर पर अपने सम्मान को धक्का महसूस कर रहे सासंद संजय जाधव शायद इसे समझने को तैयार नहीं हैं।