चीन की शी जिनपिंग सरकार देश के दक्षिण-पश्चिम स्थित एक मस्जिद में किए गए कथित अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया है। इस तोड़क कार्रवाई का स्थानीय हुई समुदाय के मुसलमानों ने उग्र विरोध किया। हालांकि बड़ी संख्या में तैनात पुलिस फोर्स ने उनके विरोध के बावजूद तोड़क कार्रवाई को पूरी सुरक्षा दी। इस कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में विरोध करने वाले स्थानीय मुसलमानों को गिरफ्तार किया गया है।
चीनी सरकार ने विरोध में शामिल मुसलमानों को अल्टीमेटम दिया है कि वे 6 जून तक सरेंडर कर दें। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई में नरमी बरती जाएगी। सरकार ने अल्टीमेटम जारी करते हुए कहा है कि जो लोग 6 जून तक समर्पण नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
धर्म और समुदायों पर नियंत्रण की कोशिश
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सरकार ने धर्म और समुदायों पर नियंत्रण के लिए कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। हालांकि उसे स्थानीय मुसलमानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। सोशल मीडिया पर वीडियो के अनुसार, युन्नान प्रांत के शहर युक्सी में नीली गुंबद वाली नजियायिंग मस्जिद के बाहर प्रदर्शनकारियों ने हेलमेट पहने और बचाव हेतु ढाल लिए अधिकारियों पर पानी की बोतलें फेंकी। मस्जिद पर तोड़क कार्रवाई का विरोध दिखाने वाले वीडियो को चीनी सोशल मीडिया से हटा दिया गया है।
पुलिस के एक बयान में ‘सामाजिक प्रबंधन और सरकारी काम में बाधा डालने वाली आपराधिक गतिविधियों के प्रति ‘शून्य सहिष्णुता’ की शपथ ली गई है।
न्यायालय ने दिया था ढहाने का आदेश
न्यायालय की वेबसाइट पर मौजूद एक दस्तावेज के अनुसार, 2020 में एक न्यायालय ने आदेश दिया था कि नजियायिंग मस्जिद को आधिकारिक अनुमति के बिना बनाया गया है। इसलिए इसे ध्वस्त कर दिया जाए। वीडियो के अनुसार, प्रदर्शनकारी हुई थे, जिनके पूर्वज चीन के बहुसंख्यक हान जातीय समूह के सदस्य थे और उन्होंने इस्लाम अपना लिया था। फटी हुई टी-शर्ट में एक व्यक्ति को हथकड़ी पहने दिखाया गया था, लेकिन यह स्पष्ट नहीं था कि वह पुलिस हिरासत में है या नहीं। एक कैप्शन में कहा गया है कि 30 विरोधियों को हिरासत में लिया गया है।
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पहले भी की गई है कई मस्जिद ध्वस्त
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शी की सरकार ने इससे पहले भी कई मस्जिदों को ध्वस्त कर दिया है या गुंबदों, मीनारों और अन्य इस्लामिक प्रतीक वाले ढांचों को हटाकर उन्हें चीनी शैली की इमारतों में बदल दिया है। विदेशी शोधकर्ताओं के अनुसार, उत्तर पश्चिम में 10 लाख उइगर मुसलमानों को बंधक बनाकर कैंप में रखा गया है। उन्हें सीमित दायरे से बाहर आने-जाने की इजाजत नहीं है। चीन में इस समुदाय के मुसलमान अधिक हैं। हालांकि जिस मस्जिद को तोड़ा गया है, उस क्षेत्र में हुई समुदाय के मुसलमान अधिक हैं।
मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सांस्कृतिक पहचान मिटाने की कोशिश
चीन के मुसलमानों का कहना है कि शी जिनपिंग प्रशासन मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सांस्कृतिक पहचान को मिटाने की कोशिश कर रही है। ताजुब है कि चीन की इस कार्रवाई और अन्याय पर उसके दोस्त देश पाकिस्तान और तुर्किये की कोई प्रतिक्रिया नहीं आती है, जबकि भारतीय मुसलमानों को लेकर उनका दर्द हमेशा छलकता रहता है।