महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा कि मोहम्मद पैगंबर पर टिप्पणी के विरुद्ध नुपूर शर्मा पर कार्रवाई की गई लेकिन इसी तरह की कार्रवाई जाकिर हुसैन और असदुद्दीन ओवैसी पर क्यों नहीं की गई? उन्होंने कहा कि नुपूर शर्मा ने वही बोला, जो जाकिर और ओवैसी हिंदू देवी -देवताओं के बारे में हमेशा बोलते रहे हैं। राज ठाकरे मंगलवार को दादर में स्थित रविंद्र नाट्यमंदिर सभागृह में मनसे कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
राज ठाकरे ने कहा कि सिर्फ सरकार बनाने के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं लेकिन आमजनता के हितों के लिए कुछ भी नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि जब वे शिवसेना से अलग हुए तो शिवसेना प्रमुख बालासाहेब से मिले और शिवसेना छोड़ने की बात की थी। इसके बाद किसी भी पार्टी में शामिल होकर सत्ता में सहभागी नहीं हुए बल्कि खुद की पार्टी बनाकर काम कर रहे हैं। एकनाथ शिंदे और छगन भुजबल ने शिवसेना सत्ता पाने के लिए छोड़ा, इसलिए उनकी इन नेताओं के साथ तुलना नहीं की जा सकती।
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राज ठाकरे ने कहा कि सत्ता पाने के लिए तरह-तरह के वादे किए जा रहे हैं लेकिन सत्ता पाने के बाद इनकी चर्चा नहीं की जाती। मनसे ने सर्वप्रथम टोलमुक्ति के लिए आंदोलन किया था, इसके बाद चुनाव में सभी दलों ने टोलमुक्ति की घोषणा की। सत्ता में पहुंचने के बाद किसी ने इस घोषणा पर अमल नहीं किया। राज ठाकरे ने कहा कि उनके हाथ में सत्ता आने के बाद सबसे पहले टोलमुक्ति का निर्णय लिया जाएगा।
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