केंद्रीय मंत्रिमंडल का हाल ही में विस्तार के साथ ही उसमें फेरबदल भी किया गया है। इस दौरान कई मंत्रियों पर गाज गिरी। काम के आधार पर कई मंत्रियों को प्रमोट किया गया तो कई की छुट्टी भी कर दी गई। मंत्रियों के बाद अब सरकारी बाबुओं की बारी है।
केंद्र सरकार ने प्रदर्शन के आधार पर केंद्रीय सचिवालय सेवाओं और 50 वर्ष से अधिक आयु के अपने अवर सचिव स्तर के अधिकारियों की समीक्षा शुरू की है।
अवर सचिव स्तर के अधिकारियों की समीक्षा
पिछले हफ्ते कार्मिक मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए समीक्षा के आधार पर अंडर परफॉर्मिंग अवर सचिवों को एक कार्यालयीन विज्ञप्ति के माध्यम से हटाया जा सकता है। सरकार ने मौलिक नियम 560 1( एल) और सीसीएम(पेंशन) नियम, 1972 के नियम 48 के तहत अवर सचिव स्तर के अधिकारियों की समीक्षा का आदेश जारी किया है। पिछली बार इसी तरह की एक समीक्षा के बाद कई अधिकारियों को समय से पहले सेवानिवृत्त कर दिया गया था। उनका परफॉर्मेंस संतोषजनक नहीं पाया गया था।
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ऐसे अधिकारियों की होगी छुट्टी
निर्धारित मानदंडों के अनुसार अधिक अवकाश लेने वाले अधिकारी, ईमानदारी, संदिग्ध संपत्ति, लेनदेन, भ्रष्टाचार, स्वास्थ्य रिकॉर्ड्स पर संदेह के घेरे में आने वाले अधिकारियों की छुट्टी की जा सकती है। समीक्षा को नियंत्रित करने वाले नियम स्पष्ट रुप से यह निर्धारित करते हैं कि जिन सरकारी कर्मचारियों की सत्यनिष्ठा संदेहास्पद है, या जो अप्रभावी पाए गए हैं, ऐसे लोगों को सेवानिवृत्त किया जाएगा। समीक्षा के लिए बुनियादी निर्देश अगस्त 2020 में जारी किए गए थे।