गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के इस्तीफे के बाद नए मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा चरम पर है। जिन नामों की चर्चा है, उनमें उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल, राज्य के कृषि मंत्री आर सी फल्दू और केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला और मनसुख मांडविया शामिल हैं। इनमें नितिन पटेल को इस रेस में सबसे आगे चलने की बात कही जा रही है। सोशल मीडिया पर भी इन्हें गुजरात जैसे अहम राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग की जा रही है।
वर्तमान में गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल पाटीदार समुदाय के प्रभावशाली नेता हैं। इनके साथ ही इसी समुदाय से आने वाले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुक मांडविया को भी रेस में आगे बताया जा रहा है। इस समुदाय के नेताओं ने पिछले दिनों यह मांग की थी कि अगला सीएम पाटीदार समुदाय से बनाया जाए।
नितिन पटेल
नितिन पटेल वर्तमान में गुजरात के उपमुख्यमंत्री हैं। वे सरकार में पहली बार 2001 में वित्त मंत्री बने थे। पटेल छह बार विधायक रह चुके हैं और तीन दशक से वे राजनीति में सक्रिय हैं। 1990 में वे पहली बार गुजरात विधानसभा में विधायक बने थे। पटेल उत्तरी गुजरात के रहने वाले हैं। आनंदीबेन पटेल के अगस्त 2016 में सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद उन्हें उनका उत्तराधिकारी बताया गया था,लेकिन उन्हें यह अवसर नही मिला था और विजय रुपाणी को गुजरात का मुख्यमंत्री बना दिया गया था।
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मनसुख मांडविया
वर्तमान में केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया भी मुख्यमंत्री की रेस में शामिल हैं। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भी करीबी माने जाते हैं। कोरोना संकट के दौरान उन्होंने गुजरात की इमेज चमकाने में काफी मदद की थी। इसके साथ ही पाटीदार समुदाय के साथ ही कडवा और लेउवा पटेल समाज में भी उनकी अच्छी पकड़ है। वे मृदुभाषी और ईमानदार नेता माने जाते हैं। उनके गुजरात के भारतीय जनता पार्टी के सभी नेताओं से अच्छे संबंध हैं।
पुरुषोत्तम रुपाला
पाटीदार समुदाय से ही आने वाले पुरुषोत्तम रुपाला भी गुजरात के काफी प्रभावी नेता हैं। वे वर्तमान में वे केंद्रीय मंत्री हैं। 1980 के दशक में उन्होंने भाजपा के साथ अपना राजनैतिक जीवन शुरू किया था। 1991 में उन्होंने अमरेली विधानसभा से चुनाव जीता था। वे तीन बार विधायक चुने गए हैं।
सीआर पाटील
सीआर पाटील पीएम के खास माने जाते हैं। अपने संसदीय क्षेत्र के विकास के लिए कार्यों को आगे बढ़ाने में तकनीक का इस्तेमाल करने में वे काफी माहिर रहे हैं।
गोरधन जडफिया
गोरधन जडफिया गुजरात के दंबग नेता माने जाते हैं। वे एक बार पीएम नरेंद्र मोदी से नाराज होकर पार्टी छोड़ चुके हैं हालांकि बाद वे लौट आए थे। उन्हें यूपी चुनाव के दौरान 2017 में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उस चुनाव में उन्होंने अपनी राजनीतिक कुशलता का परिचय दिया था। 2022 के दंगों के समय वे तत्कालीन राज्य सरकार में गृह राज्य मंत्री थे।