Farmer Agitation: पंजाब के शंभू व खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने 24 फरवरी को होने वाले दिल्ली कूच का ऐलान फिलहाल वापस ले लिया है। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने 24 फरवरी को अमृतसर में राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि किसानों की जमीनों पर जबरदस्ती कब्जे न करें। उन्हें उचित मुआवजा दें। अभी हमारा ध्यान केंद्र की तरफ है।
समझा जा रहा है कि दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद आंदोलनकारी किसानों का जोश ठंडा पड़ गया है। इसलिए उन्होंने प्रस्तावित दिल्ली कूच करने का आंदोलन वापस ले लिया है।
पंजाब सरकार को दी चेतावनी
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर किसी भी जिले में जबरदस्ती जमीन अधिग्रहित की गई तो पंजाब सरकार की नाक में दम कर देंगे। सरवन सिंह पंधेर ने सरकार से 24 फरवरी को शुरू हुए सत्र को लंबा करने की मांग भी रखी।
12 मांगों पर कड़ा रुख
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि विदेश से लौटे युवाओं को गलत तरीकों से बाहर भेजने वाले एजेंटों के खिलाफ, नशे के खिलाफ और पंजाब के अन्य मुद्दों को लेकर चर्चा की जाए। इसके साथ ही सीएम भगवंत मान के समक्ष मांग रखी कि उनकी 12 मांगों को लेकर सत्र में पास करके केंद्र को भेजा जाए। इस दौरान मंडी प्राइवेटाइजेशन को लेकर केंद्र में पास किये गए बिल के खिलाफ भी मत पास कर केंद्र को भेजकर मंडियों को प्राइवेट हाथों में जाने से रोका जाए।