Ahmedabad: भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्य सभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने 7 मार्च को अहमदाबाद स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय कमलम में कहा कि जो लोग वन नेशन वन इलेक्शन का विरोध कर रहे हैं, वे राष्ट्र को सभी विषयों में राष्ट्रशक्ति को कमजोर करने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन के आर्किटेक्ट सरदार वल्लभभाई पटेल गुजरात के थे और वन नेशन को अमृतकाल में नई ऊंचाई पर ले जाने वाले देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी गुजरात के हैं।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जो लोग यह कहते हैं कि भारत कभी एक देश था ही नहीं, देश को मुगलों, अंग्रेजों और औरंगजेब ने बनाया, वे लोग ही वन नेशन वन इलेक्शन का विरोध कर रहे हैं। ये विरोध करने वाले लोग कभी राम मंदिर नहीं गए, वे महाकुंभ में भी स्नान करने नहीं गए, वे औरंगजेब का गुणगान कर रहे हैं, वे लोग ही इस मुद्दे पर राजनीति कर विरोध कर रहे हैं।
विपक्ष पर बोला हमला
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जो लोग देश को टुकड़े-टुकड़े में रखना चाहते हैं, वे ही देश में टुकड़े-टुकड़े में चुनाव करवाना चाहते हैं जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सभी वस्तुओं को एकता के सूत्र में जोड़ कर विकसित भारत के संकल्प को साकार करना चाहते हैं।
पीएम मोदी की सराहना
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि आज सुखद सहयोग है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूरत में 41 हजार दिव्यांग भाई-बहनों को हर महीने 5 किलो अनाज देने की योजना की शुरुआत की। इससे पता चलता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा और एनडीए की सरकार देश के हर वर्ग को सशक्त, मजबूत और राष्ट्र की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए प्रतिबद्ध और प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का त्योहार है। अगर यह त्योहार बहुत जल्दी आ गया तो काम में कई बाधाएं आएंगी, जिसके कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकतंत्र के त्योहार को नियमित-व्यवस्थित और देश के स्वास्थ्य के सुचारू संचालन के लिए यह धारणा दी है। इस विचार का विरोध करने वाले लोग वो लोग हैं जिन्होंने भारत में हर नए बदलाव का विरोध किया है, ये वो लोग हैं जिन्होंने मुद्रा योजना शुरू होने पर भी विरोध किया था और कहा था कि इतने सारे खाते नहीं खुल सकते, डेबिट नहीं हो सकते, जीएसटी का विरोध किया, ये वो लोग हैं जो कहते हैं कि भारत में डिजिटलीकरण नहीं हो सकता।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जनता की शक्ति और समझ पर पूरा भरोसा
पूर्व वित्त मंत्री चिदम्बरम ने संसद में बयान दिया कि भारत के लोग कम पढ़े-लिखे हैं, टैक्स की आदत कम है इसलिए भारत में डिजिटलीकरण करना संभव नहीं है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जनता की शक्ति और समझ पर पूरा भरोसा है, जिसके कारण आज जीएसटी का काम अच्छे से चल रहा है। भारत डिजिटलीकरण में विश्व में अग्रणी बन गया है और दुनिया का 41 प्रतिशत डिजिटलीकरण भारत में होता है, अमेरिका और चीन को मिला दें तो भी भारत पहले स्थान पर है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन इसलिए जरूरी है, कि वन नेशन वन इलेक्शन व्यावहारिक, राजनीतिक, संवैधानिक और सामाजिक संदर्भ में जरूरी है। देश में एक राष्ट्र एक चुनाव को लागू करने की व्यावहारिक प्रक्रिया सरल होगी और सरकार का खर्च कम होगा। जीडीपी ग्रोथ में एक फीसदी के ग्रोथ रहने की संभावना होगी। देश के सुरक्षा बलों पर कानून-व्यवस्था को संभालने की जिम्मेदारी होती है, इससे उन्हें एक ही समय काम सौंप कर तुरंत अन्य कार्यों में लगाकर देश के लिए उत्पादकता का काम कराया जा सकता है। साथ ही चुनाव के समय काम करने वाले सरकारी कर्मचारी भी अपने मूल काम पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे। प्रेस वार्ता में प्रदेश मीडिया के डॉ यग्नेश दवे, डॉ अनिल पटेल, डॉ ऋत्विक पटेल समेत अन्य मौजूद थे।