राज्य में सरकार गठन के एक साल बीत जाने के बाद भी शिंदे-फडणवीस सरकार का कैबिनेट विस्तार अब तक रुका हुआ है। इसी तरह 10 दिन पहले अजीत पवार एनसीपी विधायकों के बड़े समूह के साथ सत्ता में आए हैं। अजीत पवार ने खुद उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है, जबकि आठ अन्य एनसीपी विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है, लेकिन अभी तक किसी भी मंत्री को विभाग नहीं दिया गया है। फिलहाल तीनों पार्टियों के वरिष्ठों के बीच खाता बंटवारे को लेकर ही चर्चा चल रही है, वहीं, शिवसेना शिंदे गुट के कई विधायक मंत्री पद का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच कहा गया कि कैबिनेट विस्तार और खाता बंटवारा को लेकर चर्चा सीधे दिल्ली में होगी।
शाह से मिले अजीत पवाल और प्रफुल पटेल
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और एनसीपी के उनके गुट के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने 12 जुलाई की शाम दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह से मुलाकात की। इस बैठक में कैबिनेट विस्तार और खाता बंटवारे को लेकर चर्चा होने की बात कही गई। इस मुलाकात के बाद प्रफुल्ल पटेल ने मीडिया से बात करते हुए साफ किया कि बैठक में ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई। लेकिन पटेल ने दावा किया कि अगले दो-चार दिनों में मंत्रिमंडल विस्तार की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
प्रफुल्ल पटेल ने कहा, “जब से हम सरकार में शामिल हुए हैं, अजीत पवार और मैं दिल्ली में बीजेपी पार्टी के नेताओं से नहीं मिले थे, हमने बात नहीं की थी तो हम औपचारिक यात्रा के तौर पर यहां दिल्ली आए हैं।”
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अगले दो-चार दिनों में मंत्रिमंडल विस्तार पर स्थिति होगी साफ
इस दौरान मीडिया प्रतिनिधियों ने पटेल से पूछा कि कैबिनेट विस्तार को लेकर तीनों पार्टियों के बीच विवाद चल रहा है और चर्चा है कि इसे सुलझाने के लिए आपने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की, इस पर आप क्या कहेंगे? इस सवाल पर प्रफुल्ल पटेल ने कहा, “हमारे बीच बिल्कुल कोई विवाद नहीं है. कल हमारे नेता अजित पवार, सुनील तटकरे और मैंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस से मुलाकात की। हमारी योजना के अनुसार सब कुछ स्पष्ट है और अगले दो-चार दिनों में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बात साफ हो जाएगी।