महाराष्ट्र के सिर्फ दो दिन तक चले शीत सत्र में विपक्ष ने काफी आक्रामक रुख अपनाया। राज्य के पूर्व वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने सदन में काफी आक्रामक तरीके से अपना पक्ष रखा। लेकिन सत्तापक्ष ने भी जैसा को तैसा रुख अपनाते हुए विपक्ष के सवालों के करारा जवाब दिए। मुनगंटीवार ने जहां सत्तापक्ष को चुनौती दी, वहीं उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने उनकी चुटकी ली।
भाऊ से भिड़े दादा
मुनगंटीवार ने कहा कि मेरे भाषण में जो अड़चन डालेगा, वो फिर कभी जीत नहीं सकता। इस पर अजित पवार ने जवाब देते हुए कहा कि मैं आपकी चुनौती स्वीकार करता हूं,आप मुझे हराकर दिखाइए।
मुनगंटीवार का आक्रामक रुख
बीजेपी विधायक और पूर्व वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने सदन में पूरक मांग रखते हुए विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पर आक्रामक बयानबाजी की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय ने ठेकेदारों को पैसे दे दिए, लेकिन विधायकों के वाहनचालकों को पैसे नहीं दिए गए। इस बीच उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने उनके इन सवालों के जवाब देने की कोशिश की। इस पर मुनगंटीवार ने कहा कि जो मेरे भाषण में व्यावधान डालेगा, वो कभी जीत नहीं पाएगा। इस पर अजित पवार ने कहा कि मैं आपकी चुनौती स्वीकार करता हूं। आप मुझे हराकर दिखाईए।
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महाराष्ट्र सुरक्षित हाथों में
मुनगंटीवार ने तंज करते हुए कहा, ‘ऑक्सफोर्ड विश्वाविद्यालय के सिरम की कोरोना वैक्सीन के बारे में मैं इंटरनेट पर सर्च कर रहा था। उसी समय एक वेबसाइट ओपन हो गई। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में रसेल फास्टर नाम का एक प्रशिक्षक हुए हैं। उन्होंने एक थ्योरी बनाई है, कि जन्म महीने से लोगों के आचरण और उनके कार्य प्रभावित होते हैं। मेरा, आपका( अजित पवार) मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और विरोधी पक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस के जन्म का महीना जुलाई है। इस वजह से उद्धव ठाकरे-अजित पवार के हाथ में महाराष्ट्र निश्चित रtप से सुरक्षित हाथों में है, यह मुझे पूरा विश्वास है।