महाराष्ट्र विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने कहा कि राज्य में मौजूदा सरकार को ढाई महीने हो गए हैं, लेकिन कैबिनेट का विस्तार नहीं किया गया है। जिलों में संरक्षक मंत्रियों की नियुक्ति नहीं की गई है। 18 नियुक्त मंत्रियों में से 14 ने अभी तक कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। मंत्रालय में लोगों का काम बाधित हो रहा है और मंत्रियों के कार्यालय में फाइलों का अम्बार लग गया है।
अजीत पवार ने 12 सितंबर को पत्रकारों को बताया कि मुख्यमंत्री की राजनीतिक बैठक को लेकर सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को काम पर लगाया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, पर्यवेक्षकों, सहायिकाओं को राजनीतिक बैठक में शामिल होने का आदेश दिया गया है। राज्य में सत्ताधारी दल के विधायक फायरिंग कर रहे हैं। विधानसभा में सवाल उठाने पर ठोक देने की बात मंत्री कर रहे हैं। अजीत पवार ने कहा कि यह किसी भी विकासशील राज्य के लक्षण नहीं है।
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लंपी बीमारी पर राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया
अजीत पवार ने कहा कि राज्य के 17 जिलों के 59 तहसीलों में लम्पी नामक बीमारी से जानवरों की मृत्यु दर बढ़ रही है। पशुओं में लम्पी के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार को डेयरी किसानों के बीच जागरुकता और पशुओं के टीकाकरण का व्यापक कार्यक्रम चलाना चाहिए। लम्पी ग्रस्त पशुओं की वजह से दूध व्यापार पर भी असर हुआ है। राज्य सरकार को इस ओर ध्यान देते हुए किसानों को आर्थिक मदद देनी चाहिए।