महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री अजित पवार ने भारतीय जनसंघ के विचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय को उनकी जयंती पर शुक्रवार को श्रद्धांजलि दी, लेकिन बाद में अपने ट्वीट को हटा दिया। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी उपाध्याय को श्रद्धांजलि दी। ट्वीट हटाने के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, ”गुजर चुके लोगों के बारे में हम अच्छी बात करते हैं और इसी वजह से मैंने ट्वीट किया था, लेकिन राजनीति में हमें अपने वरिष्ठों को सुनना पड़ता है।”
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने ट्वीट किया, ”जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि।”
हालांकि, बाद में उन्होंने यह ट्वीट हटा दिया। पिछले साल नवंबर में महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार के गठन के पहले कुछ समय तक अजित पवार ने भाजपा से हाथ मिला लिया था।
ट्वीट हटाने के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, ”गुजर चुके लोगों के बारे में हम अच्छी बात करते हैं और इसी वजह से मैंने ट्वीट किया था, लेकिन राजनीति में हमें अपने वरिष्ठों को सुनना पड़ता है।”