गौरतलब हो कि कुछ दिनों पहले ही एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सुप्रिया सुले और प्रफुल पटेल को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया। उस दौरान राजनीतिक गलियारे में अजित पवार के कद को लेकर कई तरह के कयास लगाये जा रहे थे। क्योंकि उस दौरान अजित पवार को पार्टी के संगठन में कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई थी। ऐसे में पार्टी संगठन में लौटने की अजित पवार की इच्छा के कई मायने हो सकते हैं। कहीं अजित पवार की नजर महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर तो नहीं है। क्योंकि जब सुप्रिया सुले को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया, तब अपने बाबत मीडिया के सवाल पर उन्होंने अपने को केंद्र के बजाय राज्य का नेता बताया था।
नेता विपक्ष का पद छोड़ संगठन में पद चाहते हैं अजित पवार, निशाना तो कुछ और है !
राजनीतिक गलियारे में अजित पवार के कद को लेकर कई तरह के कयास लगाये जा रहे थे। क्योंकि उस दौरान अजित पवार को पार्टी के संगठन में कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई थी। ऐसे में पार्टी संगठन में लौटने की अजित पवार की इच्छा के कई मायने हो सकते हैं।
मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने अपने लिए संगठन में किसी भी पद का दायित्व मांगने के साथ ही विधानसभा में नेता विपक्ष का पद छोड़ने की इच्छा जताई है।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में हुए कार्यक्रम में अजित पवार ने कहा कि अपने विधायकों और अन्य नेताओं के आग्रह पर ही मैंने नेता विपक्ष का पद संभाला था। इसमें मेरी कोई व्यक्तिगत रुचि नहीं थी। परंतु अब मैं चाहता हूं कि मुझे इस पद से मुक्त कर संगठन में कोई भी पद का दायित्व सौंपा जाए। हालांकि यह अधिकार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का है। लेकिन मेरी इच्छा है कि पार्टी जो सही समझे, मुझे संगठन में वो पद दे दे, मैं पूरे समर्पण भाव से वो काम करुंगा।