उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कौशांबी (Kaushambi) की चायल सीट (Chail Seat) से सपा विधायक पूजा पाल (SP MLA Puja Pal) बसपा (BSP), सपा के बाद अब भाजपा (BJP) में शामिल होने की तैयारी में हैं। सूत्रों की मानें तो वह इसी हफ्ते सपा से नाता तोड़कर भाजपा में शामिल हो सकती हैं। अगर पूजा पाल भाजपा में शामिल होती हैं तो सपा को इससे भी बड़ा झटका लग सकता है। पूजा पाल के भाजपा में शामिल होने की चर्चा इन दिनों तेज हो गई है। राजनीतिक विश्लेषक इसके अलग-अलग मायने निकाल रहे हैं। दरअसल, पूजा पाल के विधायक पति राजू पाल की हत्या के बाद साल 2005 में पूजा पाल पहली बार राजनीतिक मैदान में उतरीं। उस समय बसपा प्रमुख मायावती ने पूजा पाल को बसपा से टिकट दिया और पूजा पाल पहली बार विधायक चुनी गईं।
पूजा पाल के पति राजू पाल उस समय इलाहाबाद पश्चिम सीट से बसपा विधायक थे। उनकी शादी 16 जनवरी 2005 को हुई थी और शादी के नौ दिन बाद अतीक अहमद के गैंग ने राजू पाल (Raju Pal) की प्रयागराज में दिनदहाड़े हत्या कर दी थी। पिछले अप्रैल महीने में अतीक अहमद और उनके भाई की पुलिस हिरासत में हत्या कर दी गई थी।
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बसपा छोड़कर सपा में शामिल हो गईं
राजू पाल की हत्या के बाद पूजा पाल दो बार इलाहाबाद पश्चिम सीट (Allahabad West Seat) से विधायक चुनी गईं। दोनों बार वह बसपा के टिकट पर चुनाव जीतने में कामयाब रहीं, लेकिन जब अतीक अहमद बसपा में शामिल हुए तो वह बसपा छोड़कर सपा में शामिल हो गईं। 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कौशांबी जिले की चायल विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और वहां से जीत हासिल की।
प्रयागराज संसदीय सीट भाजपा के लिए अहम
पूजा पाल अपने साथ कई सपा कार्यकर्ताओं को भाजपा में शामिल कर सकती हैं। सूत्रों के अनुसार, भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव में पूजा पाल को प्रयागराज संसदीय सीट (Prayagraj Parliamentary Seat) से पार्टी का उम्मीदवार बना सकती है। अतीक अहमद और उनके भाई अश्वफ की हत्या के बाद प्रयागराज सीट भाजपा के लिए अहम सीट बन गई है।
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