Vishwa Hindu Parishad: महाराष्ट्र(Maharashtra) में मुगल शासक औरंगजेब(Mughal ruler Aurangzeb) की कब्र को हटाने की मांग(Mughal ruler Aurangzeb) को लेकर आंदोलन चल रहा है। वहीं ,दिल्ली में मुगल आक्रांताओं(Mughal invaders) के सुरक्षित स्थलों को चिन्हित करने उनसे लोहा लेने वाले हिंदू ,सिख नायक- नायिकाओं के इतिहास(History of Hindu, Sikh heroes and heroines) को पुनर्स्थापित करने का अभियान शुरू हो गया है। विश्व हिंदू परिषद(Vishwa Hindu Parishad) के इस अभियान में दिल्ली विश्वविद्यालय(Delhi University) के इतिहास के 7 प्राध्यापकों को भी शामिल किया गया है।
मुगल आक्रांताओं की क्रूरता की झांकियां दिखाने की मांग
विश्व हिंदू परिषद का कहना है की दिल्ली में विदेशी आक्रांताओं का क्रूरता से भरा इतिहास रहा है। उनसे लोहा लेने वाले हिंदू वह सिख शासको की शौर्य गाथा भी है। लेकिन दुर्भाग्य से उसका नामोनिशान नहीं है। केवल आक्रांताओं को ही महिमामंडित कर सुरक्षित स्थलों से उनके इतिहास के बारे में बताया जा रहा है। लेकिन अब समय आ गया है कि हिंदू सिख शासको की वीरता के बारे में बताया जाए।
ली जाएगी इतिहासकारों की मदद
विश्व हिंदू परिषद दिल्ली के महामंत्री सुरेंद्र गुप्ता का कहना है कि इस अभियान में इतिहासकारों की मदद ली जाएगी। यह भी पता किया जाए कि विदेशी आक्रांताओं ने कितनी क्रूरता की है फिर उसकी झांकी उनके नाम से संरक्षित स्थलों में स्थापित करने का अभियान चलेगा।
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वीर बलदानियों के इतिहास के साथ हो न्याय
विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि यह अभियान किसी के निशान को मिटाने को लेकर नहीं बल्कि वीर बलिदानियों के इतिहास के साथ न्याय करने तथा उसे सम्मान दिलाने को लेकर है। ऐसे सुरक्षित स्थलों में लाल किला, हुमायूं का मकबरा, सफदरजंग का मकबरा, कुतुब मीनार है। अब हिंदू ,सिख शासको की शौर्य गाथाएं इन स्थलों में लिखी जानी चाहिए।