अमेरिका में भारतीयों की आवाज बने अमेरिकी सांसद इस माह भारत के स्वतंत्रता दिवस समारोह का हिस्सा बनने के लिए दिल्ली आयेंगे। अमेरिकी सांसदों का यह प्रतिनिधिमंडल 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन सुनने के लिए लाल किले पर मौजूद रहेगा।
भारत की यात्रा पर आ रहे हैं अमेरिकी सांसद
अमेरिकी सदन में किसी देश विशेष के सबसे बड़े द्विदलीय गठबंधन ‘कांग्रेसनल कॉकस ऑन इंडिया एंड इंडियन अमेरिकन्स’ की पहल पर अमेरिकी सांसद भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भारतीय-अमेरिकी सांसद रो खन्ना और सांसद माइकल वाल्ट्ज कर रहे हैं। भारत यात्रा के दौरान अमेरिका के सांसद लाल किले का दौरा करेंगे, जहां प्रधानमंत्री भारत के स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इसके अलावा यह लोग हैदराबाद, मुंबई और नई दिल्ली में व्यापार, तकनीकी, सरकार और बॉलीवुड से जुड़े लोगों से मुलाकात करेंगे। साथ ही महात्मा गांधी को समर्पित ऐतिहासिक स्मारक राजघाट का दौरा करेंगे।
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सांसदों में ये शामिल
भारत आने वालों में खन्ना और वाल्ट्ज के अलावा सांसद डेबोरा रॉस, कैट कैममैक, श्री थानेदार, जैस्मीन क्रॉकेट के साथ-साथ रिच मैककॉर्मिक और एड केस भी हैं। हालांकि, सांसद खन्ना के लिए भारत आना और सांसदों से थोड़ा ज्यादा खास है। दरअसल, उनके दादा अमरनाथ विद्यालंकार भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने गांधीजी के साथ चार साल जेल में बिताए थे और बाद में भारत की पहली संसद का हिस्सा बने थे।
संबंधों को मजबूत करने के मुद्दों पर होगी चर्चा
खन्ना ने कहा कि इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष के रूप में भारत में एक द्विदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करना गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि हम इस दौरान दोनों देशों के बीच आर्थिक और रक्षा संबंधों को मजबूत करने के मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे।