सामाजिक कार्यकर्ता अंजली दमानिया ने गुरुवार को एनसीपी नेता एकनाथ खड़से को कड़ी चेतावनी दी। अंजली ने खड़से के प्रति आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए इस आरोप से इनकार किया कि उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कहने पर एकनाथ खड़से पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। अंजली दमानिया ने कहा कि मैंने आज तक किसी पर भी इस तरह के आरोप नहीं लगाए हैं। उन्होंने खड़से को चेतावनी देते हुए कहा कि उन्होंने भविष्य में मेर नाम लिया तो वो याद रखें। अंजली ने खड़से द्वारा लगाए गए आरोपों के जवाब देने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था।
खड़से के आरोपों से इनकार
अंजली दमानिया ने अपने ऊपर लगाए गए भारतीय जनता पार्टी के पूर्व और एनसीपी के वर्तमान नेता एकनाथ खड़से के सभी आरोपों से इनकार किया। उन्होंने कहा कि खडसे इस स्तर तक गिर गए हैं कि उनके झूठे आरोपों को बर्दाश्त करना मेरे लिए मुश्किल हो गया। इसलिए मैंने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर जवाब देना जरुरी समझा।
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सबक सिखाने की दी चेतावनी
अंजली दमानिया ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आगे से खड़से ने उनका नाम लिया तो वो उन्हें नहीं छोड़ेंगी और सबक सिखाएंगी। उन्होने कहा कि अपने जन्म दिन पर खड़से ने मेरे बारे में अश्लील भाषा का प्रयोग किया। इसके लिए मैंने मुंबई के वाकोला पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। अंजली दमानिया ने कहा कि राजनीति में जो गंदगी है, उसे वो ही जानों, मुझे उन सबसे कुछ लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरी लड़ाई सिर्फ भ्रष्टाचार के विरुध है।
क्या थे खड़से के आरोप?
एकनाथ खड़से ने बुधवार को बीजेपी से इस्तीफा देकर राष्ट्रवादी कांग्रेस का दामन थाम लिया। उन्होंने बीजेपी छोड़ने के लिए सिर्फ फडणवीस को जिम्मेदार ठहराया। खड़से ने पूर्व मुख्यमंत्री के बारे में बोलते हुए कहा कि उनके कहने पर मेरे ऊपर भ्रष्टाचार का झूठा आरोप लगाया गया। मेरे ऊपर भूखंड घोटाला, छेड़छाड़ के झूठे मामले दर्ज कराए गए। फडणवीस के इशारे पर अंजली दमानिया ने मेरे खिलाफ छेड़छाड़ का झूठा मामला दर्ज कराया। पुलिस मामला दर्ज नहीं कर रही थी। लेकिन फडणवीस ने फोन कर पुलिस को मामला दर्ज करने का दबाव डाला। झूठे आरोप लगाकर मुझे मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया। इन सब मामलों की वजह से मुझे और मेरे परिवार को काफी पीड़ा सहनी पड़ी।