अन्ना को नहीं पसंद आया महाराष्ट्र सरकार का वाइन कल्चर, कर दिया ऐसा ऐलान!

राज्य सरकार ने सुपर मार्केट तथा किराना की दुकानों से वाइन बिक्री करने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार के इस निर्णय का विपक्ष सहित कई सामाजिक संगठनों ने विरोध किया है।

116

वरिष्ठ समाजसेवी व स्वतंत्रता सेनानी अन्ना हजारे महाराष्ट्र सरकार के शराब संबंधी निर्णय के विरोध में 14 फरवरी से आमरण अनशन करेंगे।

9 फरवरी को अहमदनगर जिले में स्थित रालेगढ सिद्धि में अन्ना हजारे ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने राज्य सरकार को सुपर मार्केट व किराना दुकानों पर वाइन बेचने के निर्णय को वापस लेने के लिए पत्र लिखा था। इस पत्र का जवाब अभी तक उन्हें नहीं मिला है। इसी वजह से उन्होंने यह निर्णय लिया है। अन्ना हजारे ने कहा कि यह उनके जीवन का अंतिम आमरण अनशन है। इससे पहले वे जनहित के लिए 22 आंदोलन कर चुके हैं।

राज्य सरकार ने लिया है यह निर्णय
बता दें कि राज्य सरकार ने सुपर मार्केट तथा किराना की दुकानों से वाइन बिक्री करने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार के इस निर्णय का विपक्ष सहित कई सामाजिक संगठनों ने विरोध किया था। वाइन बिक्री का निर्णय वापस लेने के लिए अन्ना हजारे ने राज्य सरकार को पत्र लिखा था। अन्ना हजारे ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित में निर्णय नहीं ले रही है और व्यापारियों के लाभ के लिए वाइन बिक्री का निर्णय लिया है, जो राज्य की जनता के हित में नहीं है। इसी वजह से वे अब अपने जीवन का अंतिम आमरण अनशन करेंगे।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.