शिवसेना सासंद प्रियंका चतुर्वेदी ने राज्यसभा से निलंबित किए जाने से नाराज होकर 5 दिसंबर को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू को पत्र लिखकर संसद टीवी के ‘मेरी कहानी’ कार्यक्रम की होस्ट बने रहने से इनकार किया है।
पत्र में प्रियंका ने कहा, “यह बहुत दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि मैं संसद टीवी के शो ‘मेरी कहानी’ के एंकर का पद छोड़ रही हूं। मैं ऐसी जगह पर किसी पद पर बने रहने के तैयार नहीं हूं, जहां मुझे मेरे प्राथमिक अधिकार से वंचित किया जा रहा है। यह हम 12 सांसदों के मनमाने निलंबन के कारण हुआ है। इसलिए, जितना मैं इस शो के करीब थी, उतना ही मुझे दूर जाना पड़ रहा है।”
मनमाने तरीक से किया गया निलंबन
उन्होंने लिखा कि संसदीय मानदंडों और नियमों की पूरी तरह से अवहेलना करते हुए उनकी आवाज दबाने और उनकी पार्टी का मत सदन में रखने से रोके जाने के लिए उनका मनमाने तरीके से निलंबन किया गया है। ऐसे में संविधान की उनकी प्राथमिक शपथ से इनकार करने के लिए वे संसद टीवी का हिस्सा बनने के लिए तैयार नहीं हैं।
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मेरी कहानी की होस्ट थीं प्रियंका चतुर्वेदी
सांसद ने आगे कहा कि उनका निलंबन करते समय उनके कार्य को ध्यान में नहीं रखा गया है। उन्हें लगता है कि उनके साथ अन्याय हुआ है। अगर सभापति को यह सही लगता है तो वे इसका सम्मान करती हैं। उल्लेखनीय है कि लोकसभा और राज्यसभा को मिलाकर एक टीवी चैनल संसद टीवी बनाया गया है। इसमें महिला सांसदों के साक्षात्कार दिखाने से जुड़े कार्यक्रम मेरी कहानी का प्रियंका चतुर्वेदी को होस्ट बनाया गया था।