anti-Sikh riots: 1984 के सिख विरोधी दंगा पीड़ितों ने किया प्रदर्शन, राहुल और प्रियंका को दी यह नसीहत

सड़कों पर जा रहे निर्दोष सिखों को जला दिया गया, दुकानें लूट ली गईं, महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया।

87

anti-Sikh riots: वर्ष 1984 के दिल्ली (Delhi) सिख विरोधी दंगा (anti-Sikh riots) पीड़ितों ने मंगलवार को यहां गुरुद्वारा बंगला साहिब (Gurdwara Bangla Sahib) के बाहर लोकसभा में नेता विपक्ष एवं सांसद (Leader of Opposition in Lok Sabha and MP) राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और कांग्रेस महासचिव एवं सांसद (Congress General Secretary and MP) प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व दंगा पीड़ितों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने वाले सरदार गुरलाड सिंह काहलों ने किया।

इस अवसर पर गुरलाड सिंह काहलों ने कहा कि प्रियंका गांधी ने संसद में केंद्र सरकार को घेरने के लिए अपनी पहली स्पीच में उन्नाव, हाथरस और मणिपुर तथा संभल आदि पर बोलीं लेकिन 40 साल पहले 1984 के सिख विरोधी दंगों पर नहीं बोलीं। आखिर उस समय ऐसा कौन सा जघन्य अपराध नहीं हुआ। सड़कों पर जा रहे निर्दोष सिखों को जला दिया गया, दुकानें लूट ली गईं, महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया।

यह भी पढ़ें- Year Ender 2024: बस्तर को नक्सल मुक्त करने में पिछले 20 वर्षाें का टूटा रिकॉर्ड, 200+ नक्सली ढेर

इंदिरा गांधी की हत्या
काहलों ने कहा कि जिन्होंने इंदिरा गांधी की हत्या की, उन्होंने भावनाओं में बहकर हत्या की थी। एक हत्यारे को मौके पर गोली मार दी गई थी। दूसरे ने स्वीकार किया था कि उसने भावनाओं में बहकर हत्या की थी। उन्होंने कहा कि इसी तरह भावनाओं में बहकर राजीव गांधी और शायद गांधी की भी हत्या हुई थी। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि जब भावनाओं में बहकर हत्या हुई तो इस मामले में सभी सिखों को क्यों लपेटा गया? सड़क चलते निर्देोष सिखों के गले में टायर डालकर जलाया गया। उनके शवों के पास उनकी लड़कियों के साथ बलात्कार हुए।

यह भी पढ़ें- Manipur violence: नए साल की पूर्व संध्या पर सीएम बीरेन सिंह ने मांगी माफ़ी, कहा, ‘मुझे खेद है…’

मोहब्बत की दुकान
उन्होंने कहा कि दिल्ली में तिलक नगर में एक कालोनी है, जिसका नाम विधवा कालोनी है। यहां 1984 के दंगे में मारे गए सिखों की विधवाएं रहती हैं। क्या उन्हें (राहुल गांधी को) अपनी मोहब्बत की दुकान को लेकर विधवा कालोनी में जाकर माफी नहीं मागना चाहिए? इन्हीं मुद्दों को लेकर हम मार्च निकाल रहे हैं और प्रियंका गांधी के आवास जा रहे हैं। हालांकि, पुलिस प्रदर्शनकारियों को आगे जाने नहीं देगी लेकिन हमारे कुछ लोग जाने का प्रयास करेंगे। जो उन्हें इस तथ्य से अवगत कराएंगे।

यह वीडियो भी देखें-

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.