Arunachal Pradesh: विदेश विभाग (State Department) के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल (Vedant Patel) ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of america) अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) को भारतीय क्षेत्र (Indian Territory) के रूप में मानता है और वास्तविक नियंत्रण रेखा (line of actual control) के पार चीन (China) द्वारा क्षेत्रीय दावों को आगे बढ़ाने के किसी भी एकतरफा प्रयास का “कड़ा विरोध” करता है। चीनी सेना द्वारा पूर्वोत्तर राज्य पर अपना दावा दोहराए जाने के कुछ दिनों बाद जोसफ़ बाइडन प्रशासन के अधिकारी का बयान आया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की क्षेत्र की यात्रा हुई, जिसके दौरान उन्होंने कई विकास परियोजनाएं शुरू कीं।
इस सप्ताह की शुरुआत में, चीनी रक्षा मंत्रालय ने भारतीय राज्य को “ज़ांगन” (Zangan) कहते हुए अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा दोहराया। राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल झांग ज़ियाओगांग (Zhang Xiaogang) ने 15 मार्च को कहा, “ज़ंगनान चीन का अंतर्निहित क्षेत्र है, और चीन भारत द्वारा तथाकथित ‘अरुणाचल प्रदेश’ की अवैध स्थापना को कभी मान्यता नहीं देता है और इसका दृढ़ता से विरोध करता है।”
यह भी देखें- Delhi Excise Policy Case: अरविंद केजरीवाल ने फिर खटखटाया दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा, आज ही होगी सुनवाई
चीनी दावों को लिया खारीज
पटेल ने 20 मार्च (बुधवार) (स्थानीय समय) पर एक दैनिक प्रेस वार्ता के दौरान एक प्रश्न के उत्तर में कहा, “संयुक्त राज्य अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देता है और हम वास्तविक नियंत्रण रेखा के पार घुसपैठ या अतिक्रमण, सैन्य या नागरिक द्वारा क्षेत्रीय दावों को आगे बढ़ाने के किसी भी एकतरफा प्रयास का दृढ़ता से विरोध करते हैं।” चीनी राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल झांग ज़ियाओगांग ने 15 मार्च को कहा, “ज़ंगनान चीन का अंतर्निहित क्षेत्र है, और चीन भारत द्वारा तथाकथित ‘अरुणाचल प्रदेश’ की अवैध स्थापना को कभी मान्यता नहीं देता है और इसका दृढ़ता से विरोध करता है।”
मईए की कड़ी प्रतिक्रिया
भारत ने अरुणाचल प्रदेश पर चीन के क्षेत्रीय दावों को लगातार खारिज कर दिया है, यह कहते हुए कि राज्य देश का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक आधिकारिक बयान में कहा कि अरुणाचल प्रदेश के लोगों को भारत के विकास कार्यक्रमों और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं से “लाभ मिलता रहेगा”। मईए के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा, “हमने चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता द्वारा भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश के क्षेत्र पर बेतुके दावों को आगे बढ़ाते हुए की गई टिप्पणियों पर ध्यान दिया है। इस संबंध में आधारहीन तर्क दोहराने से ऐसे दावों को कोई वैधता नहीं मिलती है। अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा। इसके लोगों को हमारे विकास कार्यक्रमों और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं से लाभ मिलता रहेगा।”
यह भी देखें-
Join Our WhatsApp Community