असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद सुलझने के संकेत मिल रहे हैं। इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की महत्वपूर्ण भूमिका बताई जा रही है। मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथांगा ने ट्वीट कर इसके संकेत दिए हैं।
मिजोरम के मुख्यमंत्री ने बताया कि अमित शाह से फोन पर हुई बातचीत के बाद असम के साथ विवाद को बातचीत के जरिए सुलझाने की दिशा में कदम उठाया जा रहा है। उन्होंने मिजोरम के लोगों से विवाद को आगे न बढ़ाने की अपील की है।
केंद्रीय गृह मंत्री शाह की महत्वपूर्ण भूमिका
असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद के कारण पिछले हफ्ते हिंसक झड़प हुई थी। इसमें असम के छह पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। उसके बाद से दोनों ही प्रदेशों के बीच तनातनी चल रही है, लेकिन घटना के एक हफ्ते बाद स्थिति सुधरती हुई दिख रही है। इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की महत्वपूर्ण भूमिका बताई जा रही है। वे लगातार दोनों प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से संपर्क में हैं।
मिजोरम के सीएम ने किया ट्वीट
मिजोरम के सीएम जोरामथंगा ने 1 अगस्त को ट्वीट किया, ‘केंद्रीय अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा से फोन पर हुई बातचीत के बाद मिजोरम और असम सीमा विवाद को सार्थक वार्ता के जरिए सुलझाया जाएगा। दोनों राज्यों के बीच तनाव को कम करने के लिए एक बार फिर से बातचीत का दौर शुरू किया जाएगा।’
@AmitShah @HMOIndia @dipr_mizoram @CMOMizoram @CMOfficeAssam pic.twitter.com/LU8CVrh0Ed
— Zoramthanga (@ZoramthangaCM) August 1, 2021
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ये है पूरा मामला
26 जुलाई को असम-मिजोरम सीमा विवाद ने हिंसक रुप धारण कर लिया था। इस दौरान गोलीबारी शुरू होने से असम पुलिस के छह जवान मारे गए थे। इसके साथ ही एक नागरिक की भी जान चली गई थी। इस हिंसा के बाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनातनी काफी बढ़ गई थी। इस कारण मिजोरम ने इस वारदात को लेकर दायर की गई अपनी एफआईआर में असम के सीएम और अन्य बडे़ अधिकारियों तक के नाम दिए हैं। इनके साथ ही 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामले जर्ज किए गए हैं। मिजोरम के पुलिस महानिरीक्षक जॉन एन ने बताया था कि इन पर हत्या और आपराधिक साजिश सहित अन्य धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।
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जून से जारी है सीमा विवाद
बता दें कि यह सीमा विवाद जून 2021 से ही जारी है। उस समय असम पुलिस ने वायरेंगटे से पांच किलोमीटर दूर स्थित ऐटलांग हनार इलाके पर कथित रुप से कब्जा कर लिया था और पड़ोसी राज्य मिजोरम पर सीमा अतिक्रमण का आरोप लगाया था।