Assembly elections: हरियाणा विधानसभा चुनावों में सभी राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है । भाजपा ने तीसरी बार सत्ता के लिए नारा दिया है- भरोसा दिल से, भाजपा फिर से। इस नारे के सहारे दस सालों के काम पर वह वोट मांग रही है । लेकिन कांग्रेस भाजपा के 10 सालों का हिसाब मांग रही है । हिन्दुस्थान पोस्ट ने अपनी ग्राउंड रिपोर्ट में पाया कि इस बार भाजपा और कांग्रेस में बागी उम्मीदवार एक बड़ा फैक्टर हैं । भाजपा के 10 सालों की एंटी इनकम्बेंसी, जिसमें किसान, जवान और पहलवान बड़े मुद्दा हैं । कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती गुटबाजी है, जिसमें मुख्यमंत्री बनने की होड़ मची हुई है ।
कांग्रेस में सीएम पद की लड़ाई तेज
हरियाणा में कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी मुश्किल है कि पार्टी में मुख्यमंत्री बनने को लेकर लड़ाई तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा मुख्यमंत्री पद के लिए मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। जबकि कुमारी शैलजा भी सीएम पद के लिए अपनी दावेदारी कर चुकी है। राजस्थान से राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। हालांकि बीजेपी में भी इस बार मुख्यमंत्री बनने की चाहत कई नेता दिखा चुके हैं, जिसमें केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत से लेकर अनिल विज तक शामिल हैं।
बागी बिगाड़ेंगे खेल
हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों में से कई सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने कांग्रेस और बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है । कुरुक्षेत्र जिले की लाडवा सीट से बीजेपी के टिकट पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी चुनाव लड़ रहे हैं । लाडवा विधानसभा सीट से सीएम नायब सिंह सैनी के खिलाफ भाजपा के बागी उम्मीदवार संदीप गर्ग चुनाव मैदान में हैं ।
गन्नौर सीट से पूर्व मंत्री देवेंद्र कादियान बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं। सफीदों सीट से बच्चन सिंह आर्य , हथीन से केहर सिंह रावत, गुरुग्राम से नवीन गोयल और महम से राधा अहलावत भी चुनाव मैदान में हैं।
कांग्रेस में बागियों का बोलबाला
कांग्रेस से बगावत करके चुनाव लड़ने वालों के भी सूची लंबी है….. जिसमें बल्लभगढ़ से शारदा राठौर, बहादुरगढ़ से राजेश जून, उचाना से दिलबाग , अंबाला कैंट से चित्रा सरवारा, नरेश टांडा सज्जन सिंह ढुल्ल निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं । कलायत में कांग्रेस की बागी अनीता ढुल्ल , पानीपत ग्रामीण में विजय जैन, नीलोखेड़ी से राम गोंदर और दयाल सिंह सिरोही कांग्रेस के लिए मुसीबत बने हुए है भिवानी में अभिजीत सिंह , बवानी खेड़ा में सतबीर रातेडा पार्टी के लिए मुसीबत बने हुए हैं।