Assembly elections: हरियाणा में बिखरी इंडी की यारी, भाजपा की राह होगी आसान?

विधानसभा क्षेत्र के स्तर पर जिताऊ दावेदारों का पैनल तैयार करने को लेकर प्रदेश भाजपा चुनाव समिति ने मंथन शुरू कर दिया है।

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Assembly elections: हरियाणा में तीसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के लिए चुनावी मैदान में उतरी बीजेपी की राह इस बार आसान नहीं है। लेकिन इंडी गठबंधन का हरियाणा विधानसभा चुनाव में बिखर जाने का फायदा बीजेपी उठा सकती है। लोकसभा चुनाव में हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में 42 पर कांग्रेस को बढ़त मिली है तो 44 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की। चार विधानसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की। ऐसे में मुख्य मुकाबला भाजपा व कांग्रेस के बीच होने जा रहा है।

बिखर गया इंडी गठबंधन
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन टूटने का असर विधानसभा चुनाव पर पड़ना तय है। विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद 24 घंटे के भीतर जननायक जनता पार्टी के चार विधायक पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं। पूर्व राज्य मंत्री एवं उकलाना के विधायक अनूप धानक , पूर्व पंचायत मंत्री एवं टोहाना के विधायक देवेंद्र बबली शाहाबाद के विधायक रामकरण कला और गुहला चीका के विधायक चौधरी ईश्वर सिंह ने जजपा से इस्तीफा दे दिया है। जजपा पूरी तरह से हाशिए पर आ चुकी है। जजपा में अब दुष्यंत चौटाला तथा उनकी माता नैना चौटाला के अलावा विधायक अमरजीत डंडा तथा विधायक रामकुमार गौतम ही बचे हैं।

जजपा, इनेलो और आम आदमी पार्टी की राह आसान नहीं
लोकसभा चुनाव के दौरान जननायक जनता पार्टी इनेलो और आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है इन दलों के उम्मीदवारों की जमानत तक नहीं बच पाई है। इसका असर विधानसभा चुनाव पर पड़ने की पूरी उम्मीद है। लोकसभा चुनाव के बाद इनेलो बसपा का गठबंधन हुआ है। इनेलो 53 और बसपा 37 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा को 40 कांग्रेस का 31 जननायक जनता पार्टी को 10 सीटें ,इनेलो व हलोपा को एक-एक सीट मिली थीं, 7 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे।

 2019 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव के गणित
2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्य के सभी 10 सीटों पर जीत हासिल की थी, तब बीजेपी ने 79 विधानसभा सीटों पर बढ़त बनाई थी। जबकि कांग्रेस को सिर्फ 10 विधानसभा सीटों पर बढ़त मिली थी। जजपा को सिर्फ एक सीट पर बढ़त मिली थी। लोकसभा चुनाव के 5 महीने बाद हुए विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस को अच्छे नतीजे की उम्मीद नहीं थी। लेकिन विधानसभा चुनाव में भाजपा को 40 कांग्रेस को 31 और जजपा को 10 सीटों पर जीत हासिल हुई थी उसके बाद से कांग्रेस राज्य में अपना जनाधार बढ़ाने के लिए पूरी कोशिश में लगी हुई है।

आम आदमी पार्टी लड़ेगी अकेली
आम आदमी पार्टी हरियाणा की 90 सीटों पर धुआंधार प्रचार कर रही है। ‌ जननायक जनता पार्टी ने भी अपने दम पर अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। इंडियन नेशनल लोकदल और बहुजन समाज पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में हरियाणा विधानसभा चुनाव में चतुष्कोणीय मुकाबला होने जा रहा है। ऐसे में बीजेपी के लिए उम्मीद की किरण लग रही है।

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बीजेपी ने लगा रही है पूरी शक्ति
विधानसभा क्षेत्र के स्तर पर जिताऊ दावेदारों का पैनल तैयार करने को लेकर प्रदेश भाजपा चुनाव समिति ने मंथन शुरू कर दिया है। किस सीट पर बीजेपी की स्थिति बेहतर है और किस सीट पर कमजोर जहां कमजोर है उसके पीछे मुख्य कारण क्या है? और आगे किस स्तर पर प्रयास करने की आवश्यकता है.
बीजेपी ने एक लाइन का प्रस्ताव पारित कर दिया है कि जीतने वालों को ही टिकट दिया जाएगा पैनल में से एक-एक मजबूत दावेदार का चयन केंद्रीय नेतृत्व करेगा।

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