Bangla Bandh: ममता बनर्जी के इस बयान के खिलाफ बंगाल भाजपा प्रमुख ने अमित शाह को लिखा पत्र, जानें पूरा मामला

उन्होंने दावा किया कि सीएम बनर्जी ने कोलकाता में टीएमसी के एक कार्यक्रम में लोगों को 'बेशर्मी से उकसाया'।

133

Bangla Bandh: केंद्रीय मंत्री (Union Minister) और राज्य भाजपा अध्यक्ष (State BJP President) सुकांत मजूमदार (Sukanta Majumdar) ने आज (28 अगस्त) कोलकाता (Kolkata) में हिंसा की वकालत (advocacy of violence) करने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री (West Bengal Chief Minister) ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के खिलाफ गृह मंत्री (Home Minister) अमित शाह (Amit Shah) को पत्र लिखा।

उन्होंने दावा किया कि सीएम बनर्जी ने कोलकाता में टीएमसी के एक कार्यक्रम में लोगों को ‘बेशर्मी से उकसाया’।

यह भी पढ़ें- Global Fintech Fest 2024: मुंबई पुलिस ने बीकेसी के लिए जारी की ट्रैफिक एडवाइजरी, वैकल्पिक मार्ग यहां देखें

‘बेशर्मी से देश विरोधी टिप्पणी की’
गृह मंत्री को लिखे पत्र में भाजपा नेता ने कहा, “मैं आपका ध्यान हाल ही में कोलकाता में टीएमसी की छात्र शाखा को संबोधित करते हुए सीएम ममता बनर्जी द्वारा दिए गए बयानों की ओर आकर्षित करने के लिए लिख रहा हूं, जहां उन्होंने बेशर्मी से लोगों को उकसाया और कहा, ‘मैंने कभी बदला नहीं लिया, लेकिन अब जो करना है, करो।’ यह राज्य के सर्वोच्च पद से बदले की राजनीति का खुला समर्थन है। वह बेशर्मी से देश विरोधी टिप्पणी करती हैं और कहती हैं, ‘याद रखो, अगर बंगाल जलेगा, तो असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे।'”

यह भी पढ़ें- FEMA violation case: ईडी ने इस डीएमके सांसद पर ₹908 करोड़ का लगाया जुर्माना, जानें क्या है मामला

राष्ट्र-विरोधी की आवाज
उन्होंने कहा, “यह संवैधानिक पद पर बैठे किसी व्यक्ति की आवाज नहीं है; यह राष्ट्र-विरोधी की आवाज है। उनका बयान लोगों को धमकाने, हिंसा भड़काने और नफरत फैलाने का स्पष्ट प्रयास है। वह अब ऐसे महत्वपूर्ण पद पर रहने की हकदार नहीं हैं। उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।”

यह भी पढ़ें- Hema Committee report: फिल्म निकाय पैनल से हटाए गए सीपीआई (एम) विधायक, इस अभिनेत्री ने लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप

‘उचित कार्रवाई शुरू करें’
भाजपा नेता ने शांति को बढ़ावा देने और हिंसा को रोकने के लिए लोक सेवकों के मौलिक कर्तव्य पर जोर दिया, उन्होंने शाह से स्थिति को संबोधित करने के लिए त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया। मजूमदार ने कहा, “हर लोक सेवक, खासकर ऐसे उच्च पद पर बैठे व्यक्ति का यह मौलिक कर्तव्य है कि वह शांति को बढ़ावा दे और किसी भी तरह की हिंसा को हतोत्साहित करे। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री का रुख चिंताजनक है और पश्चिम बंगाल के नागरिकों की सुरक्षा और राज्य की अखंडता को कमजोर करता है।”

यह भी पढ़ें- Kolkata Doctor Rape-Murder Case: पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की बढ़ीं मुश्किलें, IMA ने उठाया यह कदम

मामले का संज्ञान लेन की मांग
उन्होंने शाह से मामले का संज्ञान लेने और उचित कार्रवाई शुरू करने को कहा। उन्होंने कहा, “मैं आपसे आदरपूर्वक आग्रह करता हूं कि आप इस गंभीर मामले का संज्ञान लें और स्थिति से निपटने, कानून के शासन को बनाए रखने और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए उचित कार्रवाई शुरू करें। मैं पश्चिम बंगाल के नागरिकों के हितों की रक्षा करने और हमारे राष्ट्र के संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने के लिए आपकी त्वरित और निर्णायक कार्रवाई की आशा करता हूं।”

यह भी पढ़ें- Jinnah’s Legacy: क्या ‘जिन्ना’ के विरासत को आगे बढ़ा रही हैं सपा और कांग्रेस? मुख्यमंत्री योगी का बड़ा बयान

‘अगर बंगाल जला, तो…’: ममता
पश्चिम बंगाल में 31 वर्षीय डॉक्टर के बलात्कार और हत्या मामले को लेकर बढ़ते तनाव के बीच बनर्जी ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा, “याद रखें, अगर बंगाल जला, तो असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जल जाएंगे।” तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (टीएमसीपी) की स्थापना दिवस रैली में बनर्जी ने कहा कि नारे को बदलते समय और परिस्थितियों के अनुसार अपडेट करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, “जब आपका अपमान किया जाता है तो प्रतिरोध और विरोध करने का समय आ गया है। जब आप पर बुरे हमले होते हैं तो उसे चुपचाप बर्दाश्त न करें। आप कैसे जवाब देते हैं यह आप पर निर्भर करता है।”

यह वीडियो भी देखें-

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.