कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मोदी सरकार की आलोचना के बाद अब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने उन पर पलटवार किया है। राहुल गांधी ने भरतीय जनता पार्टी सरकार पर 70 साल में यूपीए सरकार द्वारा बनाई गई सब संपत्ति बेचने का आरोप लगाया है। अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी ने उनके इस बयान पर पलटवार किया है।
सबसे पहले ईमान बेचा और अब…#IndiaOnSale
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 25, 2021
स्मृति ईरानी ने कहा कि आजादी के 70 साल बाद भी राहुल गांधी के सांसद रहते हुए अमेठी में एक भी जिला अस्पताल नहीं बना। दूसरी ओर, मोदी सरकार ने कोरोना संकट से निपटने के लिए पीपीई किट से लेकर अन्य स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचों का निर्माण किया है। राहुल गांधी की एकमात्र समस्या यह है कि इस विनिवेश से सरकार को 6 लाख करोड़ रुपये मिलेंगे। इसलिए वे दुखी हैं।”
“… तो क्या महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे को बेच दिया?”
स्मृति ईरानी ने सवाल दागते हुए पूछा,“महाराष्ट्र में कांग्रेस की गठबंधन सरकार ने मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे से 8,000 करोड़ रुपये कमाए हैं। अब क्या हमारा मतलब राहुल गांधी के इस आरोप से है कि राज्य सरकार ने इसे बेच दिया है?” उन्होंने आगे कहा कि केंद्र की तत्कालीन यूपीए सरकार ने 2008 में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के संबंध में एक आरएफपी जारी किया था। हवाई अड्डे का निजीकरण 2006 में शुरू किया गया था। “तो क्या राहुल गांधी अपनी मां के नेतृत्व वाली सरकार पर रेलवे, सड़क और हवाई अड्डे बेचने का आरोप लगा रहे हैं?”
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“सच्चे गुलाम”
राहुल गांधी के इस आरोप पर कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में देश गुलामी की ओर बढ़ रहा था। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के दो सलाहकारों द्वारा कश्मीर और पाकिस्तान के बारे में दिए गए विवादास्पद बयानों को याद दिलाते हुए स्मृति ईरानी ने कहा, “सच्चे गुलाम वे हैं, जो परिवार के शासन के लिए देश को तोड़ने की भाषा बोलते हैं।”