भीमा-कोरेगांव जांच आयोग ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार को पूछताछ के लिए समन जारी किया है। उन्हें आयोग के समक्ष 5 और 6 मई को उपस्थित रहने के लिए समन जारी किया है। आयोग की ओर से शरद पवार को भेजा गया यह तीसरा समन है। शरद पवार मेडिकल ग्राउंड पर आयोग के समक्ष पेश नहीं हुए थे।
भीमा-कोरेगांव आयोग कर रहा है जांच
पुणे के कोरेगांव-भीमा में 1 जनवरी, 2018 को हिंसा हुई थी । इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। राज्य सरकार ने इसकी जांच एनआईए को सौंपने के साथ हिंसा की जांच के लिए भीमा-कोरेगांव आयोग का गठन किया था। शरद पवार ने इस हिंसा के लिए मिलिंद एकबोटे और संभाजी भिड़े को जिम्मेदार बताया था।
ये भी पढ़ें – IPL 2022 : कोहली के खराब परफॉरमेंस पर खुलकर बोले डु प्लेसिस, जानें क्या कहा
इन लोगों का दर्ज हो चुका है बयान
पवार ने तब मीडिया से कहा था कि हिंसा की जांच और वहां के वास्तविक तथ्यों में बड़ा विरोधाभास है। इसी वजह से विवेक विचार मंच के सदस्य सागर शिंदे ने आयोग से मांग की थी कि शरद पवार की गवाही भी दर्ज की जाए। यह आयोग तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारी रश्मि शुक्ला सहित अन्य अधिकारियों के बयान दर्ज कर चुका है।