महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख मामले में सुर्खियों में रहे निलंबित आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह का निलंबन रद्द कर दिया गया है। शिंदे सरकार के इस निर्णय से महाराष्ट्र पुलिस सेवा में उनकी जल्द ही वापसी की उम्मीद है।
परमबीर सिंह के लेटरबम ने राज्य में खलबली मचा दी थी। इसके चलते तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ कार्रवाई की गई थी और उन्हें जेल तक जाना पड़ा था। अब शिंदे-फडणवीस सरकार ने उनका निलंबन रद्द कर दिया है।
100 करोड़ की रंगदारी वसूलने का लक्ष्य देने का आरोप
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये की रंगदारी का आरोप लगाकर महाविकास आघाड़ी को संकट में डाल दिया था।
Maharashtra government drops all charges against former Mumbai police commissioner Param Bir Singh. The state government also quashed the suspension orders issued in December 2021 and said that he was on duty during the period of suspension. pic.twitter.com/7ER4Vj21ZQ
— ANI (@ANI) May 12, 2023
परमबीर सिंह के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए थे, लेकिन पुलिस को उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई थी। मुंबई पुलिस उन्हें करीब सात महीने तक लापता बता रही हैं। उनके खिलाफ ठाणे और नवी मुंबई में रंगदारी और भ्रष्टाचार के कई मामले दर्ज हैं। इस बीच, मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के कांदिवली कार्यालय में उनसे पूछताछ की गई थी। दिसंबर 2021 में परमबीर सिंह को पुलिस बल से निलंबित कर दिया गया था।
महाराष्ट्र की राजनीति गरमाने की संभावना
अब शिंदे सरकार ने उनका निलंबन रद्द कर दिया है। सरकार के इस फैसले की विपक्ष ने आलोचना शुरू कर दी है। अगले कुछ दिनों तक इस मुद्दे पर राजनीति गरमाए रहने की संभावना है।