Bihar Floor Test: बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में नीतीश सरकार (Nitish government) को बड़ी जीत मिली है। स्पीकर के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव (No confidence motion) के पक्ष में 125 और विपक्ष में 112 विधायकों ने वोट किया। राजद के तीन विधायकों ने ऐन वक्त पर पाला बदल लिया। नीतीश कुमार की सरकार ने सदन में अग्निपरीक्षा को लगभग पास कर लिया है। स्पीकर अवध बिहारी चौधरी (Awadh Bihari Chaudhary) की कुर्सी चली गई है।
फ्लोर टेस्ट (Floor Test) को लेकर पिछले दो तीन दिनों से बिहार का सियासी पारा चरम पर पहुंचा था। बिहार में एनडीए सरकार के गठन के बाद से ही विपक्षी दल राजद और कांग्रेस लगातार यह दावा कर रहे थे कि नीतीश सरकार के फ्लोर टेस्ट में बहुत बड़ा खेला होने वाला है। बिहार विधानसभा में सरकार की ओर से राजद विधायक चेतन आनंद, नीलम देवी और प्रह्लाद यादव बैठे।
RJD”s Awadh Bihari Chaudhary removed as Bihar assembly Speaker
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— PTI News Alerts (@PTI_NewsAlerts) February 12, 2024
चौधरी की नियुक्ति पिछली महागठबंधन सरकार
फ्लोर टेस्ट के लिए वोटिंग शुरू होने से पहले बिहार विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को एनडीए द्वारा हटाया गया। चौधरी की नियुक्ति पिछली महागठबंधन सरकार ने की थी। राजद कार्यकर्ता राज्य की राजधानी पटना में नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कई प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
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राज्य में कानून का शासन कायम
पिछले कई दिनों से फ्लोर टेस्ट को लेकर सभी दल अपने-अपने विधायकों को एकजुट करने में लगे हुए थे। कांग्रेस ने अपने विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट किया था जबकि राजद ने अपने विधायकों को नजरबंद कर दिया था। नीतीश की पार्टी जदयू और भाजपा में विधायकों के टूट के दावे किए जा रहे थे।बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर ने कहा कि राज्य में कानून का शासन नीतीश कुमार सरकार की “सर्वोच्च प्राथमिकता” है। फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा को संबोधित करते हुए अर्लेकर ने कहा, “राज्य में कानून का शासन कायम है…यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। कानून व्यवस्था में सुधार के लिए (पुलिस) बल की ताकत बढ़ाई गई है।”