बिहार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन और नीतीश सरकार में तालमले नहीं होने की चर्चा गरम है। इस वजह से नीतीश सरकार के लिए मुश्किलें भी खड़ी होने की बात की जा रही है। एनडीए के मुख्य सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड ने आरोप लगाया है कि हुसैन बिहार के सुपर सीएम बनने की कोशिश कर रहे हैं।
8 मार्च को हुसैन ने जहां बिहार में पेट्रोकेमिकल क्षेत्र में 30 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश करने की घोषणा कर प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया, वहीं उनके और विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की हुई बैठक को लेकर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड के नेताओं ने नाराजगी जताई है।
शाहनवाज हुसैन ने कही ये बात
शाहनवाज हुसैन ने 8 मार्च को बताया कि बिहार में एथनॉल उत्पादन का फैसला गेमचेंजर साबित होगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के पास इस मामले में अभी तक 20 प्रस्ताव आ गए हैं। एक सप्ताह में इन प्रस्तावों को मंजूरी दे दी जाएगी। उन्होंने कहा कि उद्योग से जुड़े सभी प्रस्ताव पर अब जल्द से जल्द निर्णय लिया जाएगा। उद्योग मंत्री ने कहा कि यह तो बस निवेश की शुरुआत है और बड़ी घोषणा है। लेकिन इसकी औपचारिक घोषणा मैं नहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। बिहार और केंद्र में एनडीए की सरकार होने पर हुसैन ने बोलते हुए कहा कि डबल इंजन होने का यह फायदा होता है कि जो प्रस्ताव यहां से जाए, वो केंद्र में बिना रुकावट के पास हो जाए।
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हुसैन का दावा
हुसैन ने दावा किया कि एथनॉल से जुड़े 20 प्रस्ताव मंजूर हो जाने पर बिहार में 50 करोड़ के एथनॉल का उत्पादन होगा। बिहार एथनॉल का हब बन जाएगा। वर्तमान मे ईंधन खरीदी में देश के जो पैसे खर्च होते हैं, वे एथनॉल के उत्पादन से बचेंगे। सिर्फ बिहार देश का 275 लाख यूएस डॉलर बचाएगा।
सीएम करनेवाले थे निवेश की घोषणा
बता दें कि प्रदेश में 30 हजार करोड़ के निवेश की घोषणा नीतीश कुमार द्वारा की जानी थी, लेकिन हुसैन ने इसकी पहले ही घोषणा कर प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया। हालांकि इस बात को लेकर खुद मुख्यमंत्री ने कोई बयान नहीं दिया है लेकिन उनकी पार्टी के मंत्री-नेता काफी नाराज बताए जा रहे हैं। उनका कहना है कि इस तरह के व्यवहार कर हुसैन सुपर सीएम बनने की कोशिश कर रहे हैं।
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तेजस्वी यादव के साथ की बैठक
इस घटना के साथ ही एक और बात को लेकर हुसैन जेडीयू के निशाने पर हैं। बता दें कि बिहार में उद्योगों की बदहाली को लेकर विधानसभा में विपक्षी नेता तेजस्वी यादव नीतीश सरकार पर हमेशा हमलावर रहते हैं। ऐसे में इस मुद्दे पर दोनों के बीच हुई व्यक्तिगत बातचीत को लेकर भी जेडीयू ने नाराजगी जताई है।
शाहनवाज की सफाई
बता दें कि 8 मार्च को दोनों नेताओं ने काफी देर तक उद्योग-धंधों के आलावा अन्य अनौपचारिक बातें भी कीं। बाद में हुसैन ने मीडिया से बताया कि ऐसी कोई बात नहीं हुई कि मीडिया से शेयर की जाए। तेजस्वी मंत्री बनाए जाने पर मुझसे दावत मांग रहे थे।
तेजस्वी और जेडीयू के बीच छत्तीस का का आंकड़ा
बता दें कि जेडीयू के नेताओं और आरजेडी नेता तेजस्वी के बीच छत्तीस का आंकड़ा है। ऐसे में उनकी और भाजपा नेता तथा राज्य के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन के बीच इस तरह की मुलाकात से जेडीयू नेताओं की भौहें तन गई हैं। जेडीयू का मानना है कि हुसैन केंद्र सरकार की शह पर इस तरह की मनमानी कर रहे हैं। फिलहाल हुसैन की इस तरह के रवैये से बिहार की एनडीए सरकार के दो महत्वपूर्ण सहयोगी दल भाजपा और जेडीयू के बीच मतभेद बढ़ सकता है।