बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने स्त्री-पुरुषों के संदर्भ में दिये अपने शर्मनाक बयान के लिए माफी मांग ली है। उन्होंने कहा कि मेरी किसी भी बात से किसी को कष्ट पहुंचा है, तो मैं अपनी बात वापस ले रहा हूं। मैं माफी (apologized) मांगता हूं। मैं खुद अपने शब्दों पर शर्मिंदा महसूस कर रहा हूं। 7 अक्टूबर को नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में पुरुषों और महिलाओं के बीच शारीरिक संबंधों को लेकर शर्मनाक बयान दिया था। बिहार विधानसभा में जातिवार जनगणना पर चर्चा के दौरान जनसंख्या नियंत्रण उपायों पर बोलते समय मुख्यमंत्री शायद भूल गये थे कि वह सदन में बोल रहे हैं। इससे कई महिला विधायकों को शर्मिंदगी उठानी पड़ी। जबकि मुख्यमंत्री इसी बात को अलग तरीके से भी व्यक्त कर सकते थे, लेकिन उनका लहजा ऐसा था कि सदन में मौजूद महिला के साथ-साथ पुरुष विधायक भी अवाक रह गये।
महिला विधायकों ने जताई नाराजगी
मुख्यमंत्री नीतीश के बयान से कुछ देर के लिए पूरे सदन में अजीब सा माहौल बन गया। मुख्यमंत्री के बयान पर कई महिला विधायकों (women legislators) ने नाराजगी जताईं । महिला नेताओं ने कहा कि नीतीश कुमार को सदन की गरिमा का ख्याल रखना चाहिए था। बीजेपी विधायक गायत्री देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री 70 साल की उम्र पूरी कर चुके हैं और उन्होंने बेमतलब की टिप्पणी की है। वे जिस भाषा में विषय को परिभाषित कर रहे थे, उसे हम बोल भी नहीं सकते। मुख्यमंत्री शालीन भाषा में भी अपनी बात कह सकते थे।
‘बी’ श्रेणी की परिपक्व फिल्में
नीतीश की आलोचना करते हुए बिहार बीजेपी ने अपने आधिकारिक एक्स आईडी पर पोस्ट किया कि, भारतीय राजनीति में नीतीश कुमार जैसा असभ्य नेता किसी ने नहीं देखा। ऐसा लगता है कि नितीश बाबू को एडल्ट ‘बी’ फिल्मों की ओर रुझान हो गया है। उनकी द्विअर्थी बातचीत पर सार्वजनिक रूप से प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। लगता है संगत का सुर चढ़ गया है’
उपमुख्यमंत्री का नीतीश को समर्थन
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जनसंख्या नियंत्रण पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान का समर्थन किया और कहा कि यह बयान यौन शिक्षा से संबंधित है। तेजस्वी यादव ने कहा, यह जीव विज्ञान में पढ़ाया जाता है।
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