Junior doctor rape and murder case: पश्चिम बंगाल में एक महिला डॉक्टर के आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज में बलात्कार और हत्या की घटना के बाद राज्य में राजनीतिक माहौल गरमा गया है। इस घटना को लेकर भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए राज्यव्यापी धरना प्रदर्शन की घोषणा की है।
भाजपा के राज्य अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने 15 अगस्त को इस मामले में लगातार आंदोलन करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि 16 अगस्त को सुबह 11 बजे से कोलकाता और राज्य के विभिन्न जिलों में आंदोलन की शुरुआत होगी। सुकांत ने आम जनता से अपील की है कि वे शुक्रवार को दोपहर दो बजे से चार बजे तक अपने सभी कार्य बंद रखकर इस विरोध में शामिल हों। इसके साथ ही, भाजपा के नेता और कार्यकर्ता भी दोपहर दो बजे से राज्य के हर जिले में सड़कों पर अवरोध लगाएंगे।
16 अगस्त को धरना-प्रदर्शन
कोलकाता में भाजपा के राज्य स्तरीय नेताओं की उपस्थिति में आंदोलन कार्यक्रम होगा। आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के निकट मंच बनाकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा। भाजपा सूत्रों के अनुसार, इस प्रदर्शन में सुकांत मजूमदार के साथ विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और पार्टी के पूर्व राज्य अध्यक्ष दिलीप घोष भी शामिल होंगे। इसके अलावा, शुक्रवार को ही भाजपा की महिला मोर्चा द्वारा हाजरा मोड़ से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास तक मोमबत्ती और मशाल जुलूस का आयोजन किया जाएगा, जिसमें संगठन की सर्वभारतीय नेता वनति श्रीनिवासन की उपस्थिति की भी संभावना है।
फांसी की सजा की मांग
उधर, तृणमूल कांग्रेस ने भी आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज की घटना पर दोषियों के खिलाफ फांसी की सजा की मांग करते हुए शुक्रवार को सड़क पर उतरने का फैसला किया है। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शुक्रवार शाम चार बजे मौलाली मोड़ से डोरिना क्रॉसिंग तक एक मार्च का नेतृत्व करेंगी।
राजनीतिक तनाव बढ़ने के आसार
इस संबंध में तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता ऋजु दत्त ने कहा, “सीपीएम और भाजपा के बीच संबंध का खुलासा 14 अगस्त की रात ही राज्य की जनता के सामने हो चुका है। वे बांग्लादेश की तर्ज पर अराजकता फैलाना चाहते हैं, लेकिन हम अपनी पूरी शक्ति के साथ उनके प्रयासों को विफल करेंगे। भाजपा राज्य की जनता को काम बंद करने का निर्देश नहीं दे सकती। जनता किसी भी पार्टी के अधीन नहीं है। हमारी नेता के नेतृत्व में हम शुक्रवार से ही उनके कार्यक्रमों का जवाब देंगे।” राज्य में इन घटनाओं के बाद राजनीतिक तनाव और बढ़ने की संभावना है।