Jammu and Kashmir: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह(Defence Minister Rajnath Singh) ने 14 जनवरी को जम्मू के अखनूर इलाके(Akhnoor area of Jammu) में 108 फुट का राष्ट्रीय ध्वज फहराया(108 feet national flag hoisted) और एक विरासत संग्रहालय का उद्घाटन(Inauguration of Heritage Museum) किया। इस अवसर पर उन्होंने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला(Chief Minister Omar Abdullah) की जम्मू-कश्मीर और दिल्ली के लोगों के दिलों के बीच की दूरी को कम करने के उनके प्रयासों के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार(BJP government) दिल्ली और कश्मीर के साथ समान व्यवहार(Equal treatment for Delhi and Kashmir) करती है।
दिलों की दूरी को पाटने का काम करने में सफल
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू के अखनूर सेक्टर में टांडा आर्टिलरी ब्रिगेड में नौवें सशस्त्र बल दिग्गज दिवस रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हम आज अखनूर में भूतपूर्व सैनिक दिवस मना रहे हैं। यह हम सभी के लिए बड़ा दिन है। कश्मीर के साथ अतीत में (पिछली सरकारों द्वारा) अलग व्यवहार किया गया, जिसके परिणामस्वरूप क्षेत्र के हमारे भाई-बहन दिल्ली से उस तरह जुड़ नहीं पाए जैसा उन्हें होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि हम कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच ‘दिलों की दूरी’ को पाटने का काम कर रहे हैं।
अखनूर का हमारे दिलों में उतना ही स्थान है जितना दिल्ली का
रक्षा मंत्री ने कहा कि अखनूर में वेटरन्स डे समारोह यह साबित करता है कि अखनूर का हमारे दिलों में उतना ही स्थान है जितना दिल्ली का है। राजनाथ सिंह ने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध को याद करते हुए कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच 1965 में अखनूर में युद्ध लड़ा गया। भारत ने पाकिस्तानी सेना के प्रयासों को विफल करने में सफलता पाई थी। इतिहास में लड़े गए सभी युद्धों में भारत ने हमेशा पाकिस्तान को हराया है। उन्होंने पाकिस्तान से मिल रही चुनौतियों पर कहा कि पाकिस्तान 1965 से ही घुसपैठ और आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। हमारे मुस्लिम भाइयों ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है। आज भी भारत में प्रवेश करने वाले 80 प्रतिशत से अधिक आतंकवादी पाकिस्तान से हैं।
उमर अब्दुल्ला को दी बधाई
रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को थोड़ी-सी दूरी को दूर करने में मदद करने के लिए सही कदम उठाने के लिए बधाई देता हूं। रक्षा मंत्री ने भारत के खिलाफ टिप्पणी के लिए पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर के प्रधानमंत्री चौधरी अनवारुल हक की आलोचना की और कहा कि पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर पाकिस्तान के लिए एक विदेशी क्षेत्र से ज़्यादा कुछ नहीं है। पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर की ज़मीन का इस्तेमाल आतंकवाद का कारोबार चलाने के लिए किया जा रहा है। इस भूमि पर आतंकी प्रशिक्षण शिविर चलाए जा रहे हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान को उन्हें नष्ट करना होगा नहीं तो इसके परिणाम भुगतने होंगे।