शिवसेना के 20 से ज्यादा विधायकों के नॉट रिचेबल होने से पार्टी के टूटने का खतरा मंडराने लगा है। महाराष्ट्र के शिवसेना नेता और शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में इन विधायकों ने पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी है। इतनी बड़ी संख्या में शिवसेना विधायकों के नाराज होने से अब महाविकास आघाड़ी सरकार का भविष्य सवालों के घेरे में आ गया है। पता चला है कि एकनाथ शिंदे और अन्य विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। पता चला है कि अब वे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे।
एकनाथ शिंदे की बगावत से पार्टी नेतृत्व को जोर का झटका लगा है। ऐसे में देखना होगा कि शिवसेना प्रमुख और राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस संकट से निकलने का रास्ता निकालने के लिए क्या कदम उठाते हैं।
महाराष्ट्र से दिल्ली तक राजनीति तेज
महाराष्ट्र में राजनीतिक भूचाल आ गया है। विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे समेत करीब 20 विधायक रातों-रात सुर्खियों में आ गए हैं। ये सभी नॉट रिचेबल होने के कारण चर्चा में हैं। मिली जानकारी के अनुसार शिंदे गुजरात के सूरत में मेरिडियन होटल में ठहरे हुए हैं। उनके साथ पार्टी के कई विधायकों के भी होने की खबर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह प्रदेश और भाजपा शासित राज्य गुजरात के सूरत में उनके होने को लेकर तरह-तरह की बातें कही जा रही हैं।
भाजपा के संपर्क मे एकनाथ
जानकारी ये भी मिल रही है कि वे भारतीय जनता पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में हैं। हालांकि इस बारे मे पुष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है। लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता के साथ ही अन्य नेताओं के फोन नॉट रिचेबल होने से पार्टी की चिंता बढ़ गई है। बताय जा रहा है कि जल्द ही बागी विधायक केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मिलेंगे। उसके बाद भाजपा सरकार की वापसी की पटकथा तैयार की जाएगी। इस तरह एक बार फिर देवेंद्र फडणवीस की मुख्यमंत्री के रूप में ताजपोशी होने की संभावना है।