Delhi Assembly Elections:दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर माहौल गर्माता दिखाई दे रहा है। 18 जनवरी को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर प्रचार के दौरान हुए हमले ने सियासत को और गरमा दिया है। नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करते वक्त केजरीवाल की गाड़ी पर पत्थर फेंके गए। आम आदमी पार्टी ने इस घटना के लिए भाजपा समर्थकों को जिम्मेदार ठहराया है। इस आरोप को खारिज करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने इसे सहानुभूति बटोरने की राजनीति बताया। भाजपा ने पलटवार करते हुए इसे हार के डर से एक ड्रामा करार दिया है।
भाजपा का आरोप
भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जानते हैं कि वह नई दिल्ली से चुनाव हार रहे हैं। अब वह अपनी कार से नई दिल्ली के युवाओं को कुचलने की कोशिश कर रहे हैं, जो उनसे पिछले 10 सालों के काम का हिसाब मांग रहे हैं। यह गैरकानूनी है और इस पर धारा 107 के तहत कार्रवाई हो सकती है। प्रदीप भंडारी ने कहा कि यह हमला किसी भी भाजपा कार्यकर्ता ने नहीं किया है। आआपा हर बार चुनावों से पहले इसी तरह का ड्रामा करती है ताकि खुद को पीड़ित दिखा सके।
Maharashtra: पालक मंत्रियों की सूची जारी; तीन जिलों के लिए सह-पालक मंत्री के पद का सृजन
अराजकतावादी प्रभारी पार्टी
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी तीखा हमला बोलते हुए कहा कि आआपा को अराजकतावादी प्रभारी पार्टी’ करार दिया जाना चाहिए । पूनावाला ने कहा कि जिस तरह से अरविंद केजरीवाल ने तीन युवकों को कुचल दिया, वह उनकी मानसिकता और आप के भीतर की हताशा को दिखाता है। यह घटना और कुछ नहीं बल्कि पीड़ित कार्ड खेलने के लिए आम आदमी पार्टी द्वारा किया गया ‘प्रायोजित हमला’ है। यह उनकी पुरानी आदत है- वे लोगों के वास्तविक सवालों के जवाब देने से बचने के लिए नाटक बनाते हैं। बेरोजगारी और शासन की विफलताओं को संबोधित करने के बजाय, वे नौटंकी और हिंसा का सहारा लेते हैं।