पश्चिम बंगाल में 2021 में होनेवाले चुनाव के मद्देनजर सियासत में गर्माहट बढ़ गई है। राजनैतिक अपराध बढ़ने के साथ ही वहां आरोप-प्रत्यारोप कर सभी पार्टियां अपनी चुनावी जमीन तैयार करने में जुटी है। वहां बढ़ती हिंसा के कारण विपक्षी पार्टियों के नेताओं में भय का माहौल है। उन्हें प. बंगाल की ममता सरकार के साथ ही पुलिस प्रशासन पर भी कोई भरोसा नहीं रहा है। इसलिए वे अपनी सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार पर निर्भर हो गए हैं। इस बीच हाल ही में पार्टी छोड़ चुके शुभेंदु अधिकारी को केंद्र ने जेड कैटेगरी की सुरक्षा देकर उन्हें निर्भय बनाने की दिशा में कदम उठाया है।
आईबी रिपोर्ट के आधार पर निर्णय
बताया जा रहा है कि आईबी रिपोर्ट और मिल रही धमकी के कारण केंद्र ने शुभेंदु को जेड कैटेगरी सुरक्षा दी है। मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब वह जल्द ही विधायक पद भी छोड़नेवाले हैं। इसके साथ उनके बहुत जल्द बीजेपी में शामिल होने की भी चर्चा है। फिलहाल उनके इलाके पूर्व मेदिनीपुर जिले के कांथी में एक ऑफिस खोला गया है। इसका नाम शुभेंदु बाबू सहायता केंद्र रखा गया है। उसका रंग भी भगवा रखा गया है। इसलिए कहा जा रहा है कि जल्द ही शुभेंदु भी भगवा रंग में रंग जाएंगे। उनके करीबी कनिष्क पांडा ने भगवा ऑफिस के बारे में बताते हुए कहा कि यह रंग त्याग और सेवा का प्रतीक है। हालांकि शुभेंदु के बीजेपी में शामिल होने के बारे में उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
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कैलाश विजयवर्गीय को बुलेट प्रूफ कार
शुभेंदु अधिकारी के साथ ही बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और प. बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। प. बंगाल में उन्हें बुलेट प्रूफ कार उपलब्ध कराई जाएगी। यह बदलाव बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के काफिले पर किए गए हमले के दौरान उनकी गाड़ी को निशाना बनाए जाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है। बता दें कि 2019 में फरवरी से ही विजयवर्गीय को सीआईएसएफ जेड श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा उपलब्ध कराई जा रही है।
शुभेंदु अधिकारी के बाद अब राजीव बनर्जी
ममता बनर्जी मंत्रिमंडल के शुभेंदु अधिकारी के बाद राजीव बनर्जी ने भी पार्टी छोड़ने के संकेत दिए हैं। उन्होंने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि पार्टी में नेताओं के करीबी लोगों को महत्व दिया जाता है, लेकिन मेहनती तथा समर्पित लोगों को कोई महत्व नहीं दिया जाता। उन्होंने दावा किया है कि राजनीति आजकल ऐसे लोगों के लिए रह गई है, जो सत्ता का आनंद लेने के बारे में सोचते हैं। लोगों की सेवा करना उनका लक्ष्य नहीं होता। बता दें कि वर्तमान में वे ममता सरकार में वन मंत्री हैं। उनके इस तरह के बयान से उके बगावती तेवर का पता चलता है।