अब भाजपा क्या करेगी? विधायकी के टिकट के लिए यह सांसद पद छोड़ने को तैयार

उत्तर प्रदेश में टिकट को लेकर बिकट स्थिति बनी हुई है। सभी नेताओं को टिकट चाहिए, ऐसी स्थिति में जिन्हें भी लगता है कि उनका टिकट कट जाएगा, वे पाला बदलने से पीछे नहीं हैं।

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उत्तर प्रदेश चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का पाला बदलने का क्रम चल रहा है। परंतु, पार्टी में अब एक बड़ी चिंता हो गई है इलाहाबाद संसदीय सीट से विद्यमान सांसद रीता बहुगुणा जोशी को लेकर। जिन्हें विधान सभा का टिकट चाहिए।

रीता बहुगुणा जोशी ने भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पुत्र के लिए लखनऊ कैन्ट से विधान सभा का टिकट मांगा है। सूत्रों के अनुसार भाजपा नेतृत्व यदि एक परिवार से एक व्यक्ति को टिकट देने का निर्णय करता है तो रीता जोशी अपने पुत्र मयंक जोशी के विधान सभा टिकट के लिए अपना सांसद पद छोड़ सकती हैं।

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टिकट न मिला तो?
रीता जोशी ने स्पष्ट किया है कि, यदि उनके पुत्र को इस आधार पर टिकट मिलता है कि ‘एक परिवार, एक टिकट’ तो वे अपना पद छोड़ देंगी। लेकिन, इसका बिल्कुल भी अर्थ यह नहीं होगा कि, दूसरी पार्टी में चली जाएंगी, वे भाजपा के साथ ही रहेंगी। जबकि, सूत्रों के अनुसार रीता जोशी भाजपा नेतृत्व के निर्णय की प्रतीक्षा कर रही हैं। वे समाजवादी पार्टी समेत अन्य पार्टियों से भी संपर्क में हैं।

छह साल पहले आई भाजपा में
रीता बहुगुणा जोशी राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले परिवार से हैं। वे लगातार 24 वर्षों तक कांग्रेस के साथ रहीं, विभिन्न पदों पर कार्य करती रहीं। लेकिन 2016 में उन्होंने कांग्रेस से भाजपा में प्रवेश कर लिया। रीता जोशी के पुत्र मयंस जोशी 2009 से लखनऊ की राजनीति में सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं। अब वे इसे एक संवैधानिक पद तक ले जाना चाहते हैं।

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