Indian State:  अर्बन नक्सलियों की गिरफ्त में राहुल गांधी? रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस नेता को खूब सुनाया

 भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राहुल गांधी के इंडियन स्टेट वाले बयान पर निशाना साधा। 16 जनवरी को भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी शहरी नक्सलियों की पूरी तरह से गिरफ़्त में हैं।

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Indian State: भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने राहुल गांधी(Rahul Gandhi) के इंडियन स्टेट वाले बयान(Statements on Indian State) पर निशाना साधा। 16 जनवरी को भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी शहरी नक्सलियों(Urban Naxalites) की पूरी तरह से गिरफ़्त में हैं।

संघ एक राष्ट्रवादी संगठन
16 जनवरी को भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा ” राहुल गांधी अक्सर ‘संघ’ और भाजपा की आलोचना करते हैं। नेहरू, इंदिरा , राजीव और अन्य लोगों ने भी ऐसा ही काम किया था और अब आप उनसे आगे निकल गए हैं। उन्होंने तंज कसते हुए पूछा कि क्या आपकी पार्टी कहां पहुंच गई है और संघ कहां पहुंच गया है और भाजपा आज कहां है? संघ एक ऐसा राष्ट्रवादी संगठन है, जिसने समाज और राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है। आप न तो कुछ जानते हैं, न समझते हैं, न ही समझने की कोशिश करते हैं। राहुल गांधी अर्बन नक्सलियों के जाल में फंस गए हैं।” उन्होंने पूछा कि क्या उन्हें अब हिंडनबर्ग रिसर्च की बंद “दुकान” का “ठेका” मिल गया है।

नामसमझी की बात करते हैं राहुल गांधी
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा के नेता राहुल गांधी के बयान ‘हम भाजपा, आरएसएस और भारतीय राज्य के खिलाफ लड़ रहे हैं’ पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “राहुल, भारतीय राज्य की परिभाषा और ढांचे में भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और भारत की संसद शामिल हैं। राहुल संसद में विपक्ष के नेता हैं, इसलिए वे भी इसमें शामिल हैं। राहुल गांधी , जब आप बोलते हैं, तो नासमझी की बातें करते हैं। वे कब अपने शब्दों के निहितार्थ को समझना शुरू करेंगे?

रविशंकर प्रसाद ने आरएसएस की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह एक राष्ट्रवादी संगठन है, जो समाज के लिए और देशभक्ति फैलाने के लिए काम कर रहा है।

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आम आदमी पार्टी पर साधा निशाना
आम आदमी पार्टी पर भी निशाना साधते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस पार्टी की पहली प्राथमिकता दिल्ली में शराब नीति लाने की है। जिन लोगों ने सीएजी की रिपोर्ट को विधानसभा में आने नहीं दिया। 2600 करोड़ रुपये के घोटाले को छुपाया, वे लोग अब शराब के ठेकेदारों के दवाब में नीति वापस लाने की बात कह रहे हैं, यह पीड़ादायक है।

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