शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाशक्ति शिवसेना को समाप्त करने का प्रयास शुरू किया है, इसके लिए प्रोफेशनल टीम लगाई गई है। महाशक्ति के पास पैसे की कमी नहीं है, बहुत पैसे कमाए हैं। इसलिए यह लड़ाई अब पैसे के विरुद्ध निष्ठा की बन गई है लेकिन शिवसेना की जड़ें गहरी हैं, इसलिए इस लड़ाई में निष्ठा ही जीतने वाली है।
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने 24 जुलाई को मुंबई के कालाचौकी इलाके में शिवसेना के नए संपर्क कार्यालय का उद्घाटन किया। इस अवसर पर शिवसेना के वरिष्ठ नेता सुभाष देसाई, अरविंद सावंत, अनिल देसाई, सचिन अहीर, किशोरी पेडणेकर सहित भारी तादाद में शिवसैनिक उपस्थित थे।
महाशक्ति ने शिवसेना के गद्दारों को फोड़ा
उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाशक्ति ने शिवसेना को समाप्त करने का काम शुरू कर दिया है। इसी वजह से महाशक्ति ने शिवसेना के गद्दारों को फोड़ा है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह सभी गद्दार नहीं, हरामखोर हैं। उन्होंने कहा कि सभी को अपने मां-बाप प्रिय रहते हैं। हमारे भी मां-बाप मुझे प्रिय हैं। उन्होंने कहा कि महाशक्ति सहित गद्दारों ने अब उनके मां-बाप को भी चुरा रहे हैं। अरे शिवसेना से अलग हो गए तो फिर मेरे बाप का फोटो चिपका कर वोट क्यों मांग रहे हो, अपने बाप का फोटो चिपका कर वोट मांगों।
भाजपा पर साधा निशाना
उद्धव ठाकरे ने कहा कि 2019 में ही सत्ता तथा सीएम पद का 50-50 बंटवारा तय हो गया था। उस समय लोकसभा चुनाव अच्छे से बीत गया था और उन्हें केवल एक वह विभाग दिया गया, जिसे हम मनाकर चुके थे। हमने कुछ नहीं बोला लेकिन विधानसभा चुनाव में गठबंधन में रहते हुए हमारे उम्मीदवारों को गिराने का प्रयास किया गया। उस समय अगर जो तय हुआ था, उसके अनुरूप होता तो उसी समय शिवसेना का मुख्यमंत्री बन जाता, आज भाजपा का मुख्यमंत्री रहता। जो उस समय उसकी नौबत ही नहीं आती। आज शिवसेना से विधायकों को चुराने, डकैती डालने की नौबत नहीं आती। उद्धव ठाकरे ने सभी शिवसैनिकों को शिवसेना में विश्वास जताते हुए हलफनामा भरने का निर्देश दिया है।