उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े जिले लखीमपुर खीरी में रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांच चुनावी जनसभाओं को सम्बोधित किया। अपनी हर जनसभा में मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी (सपा) को अपने निशाने पर रखा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अहमदाबाद न्यायालय ने जिन 38 आतंकियों को ब्लास्ट मामले में सजा दी है, उनमें से एक सजा पाने वाला व्यक्ति का पिता सपा का पदाधिकारी है। यह जानते हुए भी अखिलेश यादव ने इस मामले में अभी तक कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है। इससे स्पष्ट है कि अखिलेश की सहानुभूति और संवेदना आतंकवादियों के साथ है, जबकि हमारी संवेदना गरीबों के साथ है।
सपा की संवेदना आतंकियों के प्रति
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि कैसे बीते पांच वर्षों में उनकी सरकार ने किसान, नौजवान और महिलाओं के हित में कार्य किया। इस दौरान किसानों के कर्ज माफ़ किए गए। युवाओं को रोजगार और नौकरियां उपलब्ध कराई गईं। उप्र को अंधेरे से मुक्त किया। बिना भेदभाव के योजनाओं का लाभ लोगों उपलब्ध कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने जहां यूपी के विकास पर ध्यान दिया, वहीं सपा सरकार में दंगे होते थे। कर्फ्यू लगता था। अराजकता का माहौल था। तब सपा सरकार की संवेदना गरीबों की प्रति नहीं आतंकवादियों के प्रति थी। आतंकियों के मुकदमे वापस लिए जाते। अभी भी सपा नेताओं की संवेदना गरीबों के प्रति नहीं बल्कि आतंकवादियों के प्रति है।
अहमदाबाद के दोषी से संबंध पर दें उत्तर
सपा की संवेदना कैसे आतंकियों के प्रति है? इसे स्पष्ट करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दो दिन पहले अहमदाबाद न्यायालय ने 38 आतंकियों को ब्लास्ट मामले में सजा दी। इसमें जिनको सजा मिली है, उनमें से एक सजा पाने वाला व्यक्ति का पिता सपा का पदाधिकारी है। वह सपा का प्रचार कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं अखिलेश से पूछना चाहता हूं कि इस मामले में उन्होंने अपना स्पष्टीकरण क्यों नहीं दिया है? इस आतंकवादी के प्रति अखिलेश की सहानुभूति और संवेदना क्यों है? क्या अखिलेश की चुप्पी राष्ट्रीय सुरक्षा और आपके (जनता) के साथ खिलवाड़ करने जैसा नहीं है? यह कहते हुए मुख्यमंत्री ने जनसभा में आये लोगों से कहा कि जो लोग आतंकवाद को प्रश्रय दे रहे हैं और राष्ट्र की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, क्या जनता उन्हें अपना वोट देगी? क्या ऐसे लोगों को आपका आशीर्वाद मिलना चाहिए? मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सपा के लोग जनता को भूखा मरने के लिए छोड़ देते थे। राशन वितरण का पैसा इत्र वाले मित्र के घर पहुंच जाता था। सपा के इत्र वाले मित्र गरीबों का पैसा हड़प लेते थे। सपा सरकार में बिजली नहीं आती थी। भाजपा सरकार में चौबीसों घंटे शहरों में बिजली मिल रही है। अयोध्या में राम मंदिर हमने बनाया है, क्या यह लोग मंदिर बनवाते? उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने बिना भेदभाव के सभी सरकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाया है।