कोरोना काल में खजाना खाली होने का रोना रो रही मुंबई महानगरपालिका अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ केस लड़ने के लिए अबतक 82 लाख 50 हजार रुपए खर्च कर चुकी है। यह जानकारी आरटीआई में बीएमसी द्वारा उपलब्ध कराई गई है।
बीएमसी ने 9 सितंबर को कंगना के मुंबई में पाली हिल स्थित ऑफिस में अवैध निर्माण बताकर तोड़क कार्रवाई की थी। इसके खिलाफ कंगना ने बॉम्बें हाई कोर्ट का रुख किया था।
11 बार में वकील को दिए गए 82.50 लाख रुपए
इस केस को लड़ने के लिए बीएमसी ने आकांक्षा चिनॉय को वकील नियुक्त किया है। बॉम्बे हाई कोर्ट में चल रहे इस केस के लिए उन्हें 11 बार में 82 लाख 50 हजार रुपए दिया गया यानी प्रत्येक सुनवाई पर उन्हें 7 लाख 50 हजार रुपए दिए गए। बीएमसी ने यह जानकारी आरटीआई एक्टिविस्ट शरद यादव को दी है।
Muncipal Corporation so far spent 82 lakhs on lawyer for illegally demolition of my house, papa’s Pappu spending public money to tease a girl, this is where Maharashtra stands today, very unfortunate. https://t.co/v6gQFJqdvL
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) October 28, 2020
पापा के पप्पू ने जनता के पैस किए खर्चः कंगना
कंगना ने बुधवार को इस बारे में ट्विट कर महाराष्ट्र के उद्धव सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “म्यूनिसिपिल कॉरपोरेशन ने मेरे घर में अवैध तरीके से की गई तोड़फोड़ के लिए अब तक 82 लाख रुपए खर्य किए हैं। एक लड़की को चिढ़ाने के लिए पापा के पप्पू ने जनता के पैसे खर्च किए। महाराष्ट्र की यह हालत हो गई है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।”
नीतेश राणे ने भी साधा निशाना
भारतीय जनता पार्टी नेता नीतेश राणे ने ट्विट कर कहा, “मुंबईकर पेंगुइन और कंगना के केस में वकीलों के पेमेंट करने के लिए टैक्स भरते हैं। इनके बच्चों की शादी भी हमारे पैसों से होगी, ऐसा लगता है।”
Wow! Mumbaikers pay tax for..
1.)Penguins
2.)lawyers for Kanganas caseWhat else is left???
Inke baccho ki shaadi abhi humare hi paiso se hogi lagta hai!!
— nitesh rane (@NiteshNRane) October 28, 2020
कंगना ने मुख्यमंत्री को बताया था तुच्छ इंसान
हाल ही में उद्धव ठाकरे ने हिमाचल प्रदेश को गांजे की खेती करनेवाला बताया था। उनके इस बयान पर कंगना ने पलटवार किया था। कगंना ने हिमाचल प्रदेश को देवभूमि और महाराष्ट्र के सीएम को तुच्छ कहा था। उन्होंने ट्विट करते हुए कहा था कि मुख्यमंत्रीी आप बहुत तुच्छ इंसान हैं। हिमाचल प्रदेश को देवभूमि कहा जाता है। जहां काफी संख्या में मंदिर हैं। यहां सेब, कीवी, अनार और स्ट्रॉबेरी की उपज होती है।
यहां से शुरू हुई लड़ाई
कंगना रनौत और शिवसेना के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मौत की जांच को लेकर शुरू हुआ था। कंगना ने इस मामले में मुंबई पुलिस की काफी आलोचना की थी। उन्होंने मुंबई की कानून -व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए इसे “पीओके” कहा था। इस मुद्दे को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने उनकी कड़ी आलोचना करते हुए “हरामखोर लड़की” तक कह डाला था।