Inheritance Tax: बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती(Bahujan Samaj Party President Mayawati) ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष(President of Indian Overseas Congress) एवं राहुल गांधी के सलाहकार सैम पित्रोदा(Rahul Gandhi’s advisor Sam Pitroda) के विरासत टैक्स से जुड़े बयान(Statements related to inheritance tax) की कड़ी निंदा(strong condemnation) की है।
कांग्रेस की ध्यान बांटने की साजिश
मायावती ने 25 अप्रैल को एक्स पोस्ट(x post) में कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा भारत में धन के वितरण की आड़ में अमेरिका की तरह निजी सम्पत्ति पर विरासत टैक्स की सोच सामाजिक ताने-बाने को तोड़ने की साजिश है। कांग्रेस द्वारा उसकी पैरवी गरीबों की भलाई का कम व राजनीति से प्रेरित गरीबी हटाओ की चर्चित विफलता पर लोगों का ध्यान बांटने का चुनावी प्रयास ज्यादा लगता है। उन्होंने कहा कि जहां तक भारत में सम्पत्ति एवं सरकारी भूमि वितरण आदि से जुड़े मामलों में दलितों व वंचितों के लिए न्याय का सवाल है तो इनकी सरकारों की सही नीयत के अभाव के कारण यहां गरीबी, पिछड़ापन, पलायन की विवशता दूर नहीं हो पाई। कांग्रेस को उसकी ऐसी दाग़दार विरासत से मुक्ति मुश्किल है।
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पित्रोदा ने की थी विरासत टैक्स की वकालत
उल्लेखनीय है कि पित्रोदा ने शिकागो में अपने हालिया बयान में विरासत टैक्स की वकालत की थी। उन्होंने कहा था कि अमेरिका में विरासत टैक्स लगता है। फर्ज कीजिए, अगर किसी के पास 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति है तो मरने के बाद 45 फीसदी संपत्ति बच्चों को दी जाती है और 55 फीसदी सरकार के पास जाती है। इसका सीधा मतलब है,जो संपत्ति आपने अपने जीते-जी बनाई, उसकी आधी मरने के बाद जनता के लिए छोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि यह बहुत रोचक कानून है। वहीं भारत में ऐसा कोई कानून नहीं है। पित्रोदा के इस कथन ने इसलिए तूल पकड़ लिया क्योंकि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में लोगों की संपत्ति का सर्वे कराने का वादा किया है।