CAG report: सीएजी रिपोर्ट में दंगल तेज, केजरीवाल पर भाजपा का हमला

दिल्ली उच्च न्यायालय ने टिप्पणी की है कि दिल्ली सरकार द्वारा सीएजी रिपोर्ट को सदन में रखने में आनाकानी करना दुर्भाग्यपूर्ण है।

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CAG report: दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi assembly elections) में सीएजी की रिपोर्ट (CAG report) एक बड़ा मुद्दा बन गया है। भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) (भाजपा) ने दिल्ली सरकार के सीएजी रिपाेर्ट काे विधानसभा में पेश नहीं करने काे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।

13 जनवरी (सोमवार) को पार्टी मुख्यालय में हुई प्रेसवार्ता में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने टिप्पणी की है कि दिल्ली सरकार द्वारा सीएजी रिपोर्ट को सदन में रखने में आनाकानी करना दुर्भाग्यपूर्ण है।

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रिपोर्ट को सदन में रखने से इंकार
अब यह और भी स्पष्ट हो गया है कि दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति केवल विकास कार्यों, पर्यावरण और जलभराव वाली सड़कों के मामले में ही नहीं, बल्कि संवैधानिक मामलों में भी है। उन्होंने कहा कि लगभग एक दर्जन सीएजी रिपोर्ट हैं, जिन्हें दिल्ली सरकार ने दिल्ली विधानसभा में नहीं रखा है। 11 जनवरी 2025 को, दिल्ली विधानसभा सचिव ने कहा, “रिपोर्ट को सदन में रखने का कोई फायदा नहीं है”।

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संवैधानिक प्रक्रियाओं में व्याप्त
उन्होंने कहा कि हमारे 7 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर पूछा था कि सीएजी रिपोर्ट को विधानसभा में क्यों नहीं रखा जा रहा है? उन्हाेंने कहा कि आम आदमी पार्टी का अराजकतावादी चरित्र अब संवैधानिक संस्था और संवैधानिक प्रक्रियाओं में व्याप्त हो रहा है, जो सरकार के समुचित कामकाज के लिए बहुत ही अनुचित और संविधान

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2026 करोड़ रुपये राजस्व का नुकसान
के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी(आआपा) जवाब के बदले एक बवाल करने में यकीन रखती है, इसलिए वह हर दिन कोई न कोई बखेड़ा खड़ा करती है। लेकिन दिल्ली के लोग इस चुनाव में आआपा को जवाब देंगे। उल्लेखनीय है कि सीएजी की रिपोर्ट विधानसभा के पटल पर नहीं रखी गई। सीएजी की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि शराब नीति में दिल्ली सरकार को 2026 करोड़ रुपये राजस्व का नुकसान हुआ है। इसके साथ मुख्यमंत्री निवास बनवाने में भी नियमों का व्यापक रूप से उल्लंघन किया गया है।

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