पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद अब कांग्रेस ने उनके खिलाफ आक्रामक रुख अपना लिया है। कांग्रेस ने दलित विरोधी राजनीति का केंद्र होने के लिए अमित शाह के घर की आलोचना की है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि ऐसा एक दलित व्यक्ति की पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्ति के कारण हुआ है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया है कि पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में एक दलित व्यक्ति की नियुक्ति ने सत्ता में बैठे लोगों के गौरव को ठेस पहुंचाई है। इसलिए वे सवाल उठा रहे हैं कि कांग्रेस में फैसला कौन ले रहा है। जब पार्टी में कोई नियुक्त अध्यक्ष नहीं है, तो पार्टी में सभी निर्णय कौन ले रहा है? बता दें कि इस तरह के सवाल पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने उठाए हैं।
अमित शाह का आवास दलित विरोधी राजनीति का केंद्र
सुरजेवाला ने यह भी आरोप लगाया कि अमित शाह का आवास दलित विरोधी राजनीति का केंद्र बन गया है। हालांकि उन्होंने अमित शाह-अमरिंदर सिंह की मुलाकात का जिक्र करने से परहेज किया। उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पंजाब में अमित शाह और नरेंद्र मोदी की जमकर आलोचना हो रही है। वे पंजाब से बदला लेना चाहते हैं क्योंकि, वे अपने पूंजीवादी मित्रों के लाभ के लिए तीन किसान विरोधी कानूनों को लागू करने में विफल रहे हैं। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि भाजपा की किसान विरोधी साजिश कभी सफल नहीं होगी।
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पंजाब का घटनाक्रम
कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद कांग्रेस ने अनुसूचित जाति के उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया है। उसके कुछ दिन बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। इस बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इसलिए राजनीतिक गलियारों का ध्यान इस बात पर है कि आखिर अमरिंदर सिंह का अगला कदम क्या होगा?