महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और विधायक जितेंद्र आव्हाड के खिलाफ दर्ज मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। उनके विरुद्ध एक महिला ने छेड़खानी की शिकायत दर्ज कराई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र हमेशा कानून के दायरे में रहने वाला राज्य है, यहां किसी भी कीमत पर बदले के तहत कार्रवाई नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने 14 नवंबर को पत्रकारों को बताया कि जितेंद्र आव्हाड कह रहे हैं कि उनके विरुद्ध साजिश के तहत कार्रवाई की गई है, तो उन्हें पता होगा कि इस साजिश में कौन शामिल है। अगर किसी महिला ने शिकायत दी है, तो उसकी पूरी तरह जांच की जाएगी। मुख्यमंत्री ने राकांपा कार्यकर्ताओं को आंदोलन के समय कानून हाथ में न लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगर आंदोलन करते समय कानून-व्यवस्था बिगड़ती है तो पुलिस उन पर कार्रवाई करेगी।
आह्वाड का आरोप
जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि उन पर धारा 354 की धारा लगाई गई है, यह सब उनका राजनीतिक कैरियर खत्म करने के लिए किया गया है। उन्होंने अपने जीवन में कभी भी इस तरह का काम नहीं किया, जिससे उन पर इन धाराओं के तहत मामला दर्ज हो। आव्हाड ने आरोप लगाया कि यह समाज में मुझे बदनाम करने की साजिश है।
अजीत पवार ने दर्ज मामले को बताया गलत
विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने कहा कि जिस घटना को लेकर जितेंद्र आव्हाड पर मामला दर्ज किया गया है, उस घटनास्थल पर खुद मुख्यमंत्री मौजूद थे। इसलिए उन्हें खुद इस मामले में खुलासा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जितेंद्र आव्हाड पर दर्ज मामला पूरी तरह से गलत है।