प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्ववर्ती सरकारों पर तंज कसते हुए कहा कि हमारे देश में गरीबी को दूर करने को लेकर नारे बहुत लगाए गए, लेकिन गरीबों को सशक्त करने के लिए जितना करना चाहिए, नहीं किया। मोदी ने कहा कि एक बार जब गरीब सशक्त होता है, तो उसमें गरीबी से लड़ने का हौसला आता है। एक ईमानदार सरकार और सशक्त गरीब जब साथ मिलते हैं तो गरीबी भी परास्त होती है। केंद्र सरकार सबका साथ सबका विकास के अंतर्गत गरीब को सशक्त करने में जुटी है।
प्रधानमंत्री मोदी 29 मार्च को मध्य प्रदेश के छतरपुर में आयोजित गृह प्रवेश कार्यक्रम को दिल्ली से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के पांच लाख 21 हजार हितग्राहियों को गृह प्रवेश कराया। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे।
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दीप प्रज्ज्वलित कर किया शुभारंभ
इससे पहले मुख्यमंत्री ने छतरपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत ‘गृह प्रवेशम्’ कार्यक्रम का कन्यापूजन एवं दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। कार्यक्रम में केंद्रीय कृषिमंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और डॉ. वीरेन्द्र कुमार भी दिल्ली से वर्चुअली जुड़े। मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम को संबोधित किया। चौहान ने कहा कि भाजपा सरकार सबकी है, लेकिन सबसे पहले गरीबों की है। इसलिए रोटी, कपड़ा और मकान इन्हें देकर भाजपा सामाजिक न्याय कर रही है। गरीब को भी हंसने-मुस्कुराने का हक है। गांवों में कच्ची झोपड़ी की जगह पक्के मकान बनाने के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में लगातार कार्य हो रहा है। बेहतर जीवन गरीब परिवारों का हक है, हम उसे उसका अधिकार दे रहे हैं।
नव संवत्सर प्रारंभ
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मध्यप्रदेश के लगभग सवा 5 लाख लोगों को उनके सपनों का घर उन्हें मिल रहा है। कुछ दिनों में नव संवत्सर प्रारंभ होने जा रहा है। नए वर्ष में अपने घर में गृह प्रवेश करने के लिए आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि पीएम आवास में शौचालय है। इसमें सौभाग्य योजना के तहत बिजली कनेक्शन है। उजाला योजना के तहत एलईडी बल्ब है। हर घर जल योजना के साथ पानी कनेक्शन भी देते हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गांवों में बने ये सवा पांच लाख घर सिर्फ आंकड़ा नहीं है, ये देश में सशक्त होते गरीब की पहचान बन गए हैं। ये भाजपा सरकार की सेवाभाव की मिसाल है। ये गांव की गरीब महिलाओं को लखपति बनाने का प्रतिबिंब है। हमारे मध्य प्रदेश के सूदूर इलाकों में बसे लोगों को ये घर दिए जा रहे हैं। पक्का घर देना सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं है, यह गरीब को विश्वास देने की प्रतिबद्धता है। यह गरीबी से लड़ने की पहली सीढ़ी है। जब गरीब के सिर पर पक्की छत होती है तो वह अपना ध्यान बच्चों की पढ़ाई और दूसरे काम में लगा पाता है।
बनाए गए 2 करोड़ घर
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले सरकार ने केवल कुछ लाख घर बनवाए थे, हमारी सरकार ढाई करोड़ घर बनवा कर दे चुकी है। इसमें से 2 करोड़ घर गांव में बनाए गए। कोरोना में भी इस काम को धीमा नहीं पड़ने दिया गया। मध्य प्रदेश में 24 लाख आवास पूरे हो चुके हैं। इसका लाभ बैगा और सहरिया जैसे ऐसे समाज को हो रहा है जो कभी पक्के घर के बारे में सोच भी सकते हैं। हमारी सरकार से पहले गरीबों के राशन को लूटने के लिए 4 करोड़ फर्जी लोगों के नाम से राशन उठाया जाता था। बाजार में पिछले रास्ते से बेचा जाता था। हमारी सरकार ने इन फर्जी नामों को खोजकर राशन की लिस्ट से हटाया।
परेशानियों से मिली मुक्ति
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महिलाओं की परेशानी दूर करने हमने घर-घर पानी पहुंचाने की शुरुआत की। देश में 6 करोड़ परिवारों तक पानी पाइप से पहुंच रहा है। मध्यप्रदेश में पहले 13 लाख परिवार ऐसे थे, जिनकी संख्या अब 50 लाख है। पीएम आवास योजना के तहत जो घर बने हैं, उनमें से करीब-करीब दो करोड़ घरों पर मालिकाना हक महिलाओं का भी है। इस मालिकाना हक ने घर के दूसरे आर्थिक फैसलों में भी महिलाओं की भागीदारी को मजबूत किया है।